पटना : सेंट्रल हॉल के उद्घाटन के बाद बोले सीएम, देश की मजबूती के लिए फेडरल सिस्टम जरूरी
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश का संविधान सर्वोपरि है और इसमें तमाम बातें समाहित हैं. इसमें मौजूद संघवाद (फेडरलिज्म) की अवधारणा को पूरी तरह से लागू किया जाये. संविधान लागू होने के बाद से संघवाद की अवधारणा पूरी तरह से आज तक लागू नहीं हो पायी है. देश तभी आगे बढ़ेगा, […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश का संविधान सर्वोपरि है और इसमें तमाम बातें समाहित हैं. इसमें मौजूद संघवाद (फेडरलिज्म) की अवधारणा को पूरी तरह से लागू किया जाये. संविधान लागू होने के बाद से संघवाद की अवधारणा पूरी तरह से आज तक लागू नहीं हो पायी है.
देश तभी आगे बढ़ेगा, जब यह पूरी तरह से लागू होगी. मुख्यमंत्री बुधवार को मुख्य सचिवालय परिसर में नवनिर्मित सेंट्रल भवन में ‘भारतीय संविधान में विधायिकी की भूमिका’ विषय पर आयोजित परिचर्चा में बोल रहे थे. इससे पहले उन्होंने सेंट्रल हॉल का उद्घाटन किया. इसे संसद भवन के सेंट्रल हॉल के तर्ज पर बनाया गया है. 11 फरवरी से शुरू होने वाले विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण इसी हॉल में होगा.
सीएम ने कहा कि संघवाद में केंद्र का अधिकार और राज्य की स्वायत्तता समेत तमाम बातें समाहित हैं. संविधान के अनुसार ही देश में काम हो.
हम सभी अपने विचार को मानने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन इसका दायरा संविधान के अनुरूप ही हो. उन्होंने कहा कि संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकार और राज्य के नीति निर्देशक तत्वों को समझने की खासतौर से जरूरत है. नीति निर्देशक तत्व को समझते हुए ही राज्य में शराबबंदी लागू की गयी है.
नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी का चंपारण सत्याग्रह देश में पहला ऐसा आंदोलन था, जिसमें सबसे अधिक संख्या में लोग जुटे थे. इसके 31 साल बाद देश आजाद हुआ. गांधी के बताये सात पाप अगर 10% लोगों को भी समझ में आ जाये, तो माहौल बदल जायेगा. आज हर तरफ जो कटुता का माहौल फैल रहा है, उसमें कमी आयेगी.