पटना सेंट्रल मॉल से 68.98 लाख रुपये चुरानेवाला गार्ड चार साल से वहीं कर रहा था नौकरी
सात बजे से शौचालय में बंद गार्ड 10 बजे निकला और चोरी की पटना : कोतवाली थाने के फ्रेजर रोड स्थित पटना सेंट्रल मॉल से 68.98 लाख रुपये की चोरी मामले में पकड़ा गया गार्ड विनोद साह वहां तीन-चार साल से काम कर रहा था. इसके कारण मॉल के करेंसी चेस्ट के संबंध में पूरी […]
सात बजे से शौचालय में बंद गार्ड 10 बजे निकला और चोरी की
पटना : कोतवाली थाने के फ्रेजर रोड स्थित पटना सेंट्रल मॉल से 68.98 लाख रुपये की चोरी मामले में पकड़ा गया गार्ड विनोद साह वहां तीन-चार साल से काम कर रहा था. इसके कारण मॉल के करेंसी चेस्ट के संबंध में पूरी जानकारी थी.
ऐसे में चोरी की घटना के दिन वह ऊपरी तल्ले पर शाम सात बजे ही पहुंच गया और वहां शौचालय में खुद को बंद कर लिया था. वह रात में 10 बजे शौचालय से निकला और पहले किसी कड़े वस्तु से शीशा तोड़ा और अंदर प्रवेश कर गया. इसके बाद उसने लॉकर से रुपये निकाले और उसे मॉल के ही बैग में भरने लगा. लॉकर खुद नहीं बंद हो जाये, इसके लिए उसके दरवाजे पर एक कार्टन लगा दिया था.
बैग भर जाने के कारण दूसरी तिजोरी बच गयी
70 लाख रुपयों का बैग ही काफी हो गया था, जिसके कारण उसने दूसरी तिजोरी में हाथ नहीं लगाया. रुपयों को निकालने के बाद वह फिर से शौचालय में बंद हो गया और मोबाइल फोन से अपने साथी मुकेश को जानकारी दी कि उसके परिवार की तबीयत खराब है, इसलिए घर जा रहा है.
इसके बाद वह साढ़े चार बजे सुबह में निकल गया. मॉल में ही वह रात में मुकेश के साथ ही कमरे में रहता था. इसके कारण उसे जाने की जानकारी दी. सभी गार्ड उसे पहचानते थे तो किसी ने उसे नहीं रोका.
चोरी करने के बाद साथी गार्ड को किया था फोन, घर जाने की दी थी जानकारी
चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद गार्ड विनोद साह ने अपने साथी गार्ड मुकेश कुमार को फोन कर यह जानकारी दी थी कि उसकी साली की तबीयत खराब है और वह अपने घर जा रहा है.
इसके बाद वह आराम से 28 जनवरी के अहले सुबह साढ़े चार बजे वहां से पैसे लेकर निकल गया. इधर, घटना होने के बाद पुलिस ने जब सभी गार्ड की लिस्ट निकाली तो उसमें विनोद कुमार को गायब पाया. इस पर पुलिस को शक हुआ. पुलिस ने जब गार्ड मुकेश कुमार को पूछताछ के लिए लाया तो उसने पहले पुलिस को यह जानकारी नहीं दी कि उसे विनोद ने फोन किया था.
यहां तक की उसने विनोद का नंबर भी अपने मोबाइल से डिलिट कर दिया था. लेकिन पुलिस ने जब मुकेश के मोबाइल का सीडीआर निकाला तो विनोद का नंबर भी सामने आ गया. इसके बाद मुकेश ने विनोद द्वारा फोन किये जाने की जानकारी पुलिस को दे दी.
और गहराता गया शक : पुलिस का शक पुख्ता हो गया और फिर गार्ड मुकेश के माध्यम से विनोद को पुलिस ने गाेरियाटोली के पास बुलाया और पकड़ लिया. लेकिन वह पुलिस की पूछताछ में लगातार घटना में संलिप्तता से इन्कार कर रहा था.
सीसीटीवी फुटेज में आयी तस्वीर से उसकी कद-काठी मिल रही थी तो पुलिस को उस पर शक था. पुलिस ने मंगलवार की रात पूछताछ की और पत्नी को भी समझाने के लिए लगाया. इस पर वह मान गया. पुलिस टीम मुजफ्फरपुर के औराई स्थित घर पर गयी और पैसा बरामद किया.
पत्नी को थी जानकारी पुलिस ने जब विनोद को पकड़ा तो
उसकी पत्नी भी थाने में आयी. उसे इस बात की जानकारी थी कि विनोद ने पैसा लाया है. लेकिन उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि उसने पैसा कहां रखा है. पत्नी ने भी काफी मशक्कत की तो विनोद पैसे के संबंध में जानकारी देने को तैयार हुआ.
20 को पुरस्कृत करने की अनुशंसा
पटना सेंट्रल मॉल से गायब 70 लाख रुपये के मामले के खुलासा को लेकर एसएसपी ने टीम में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को उचित पुरस्कार देने की अनुशंसा डीजीपी से की है.
सिटी एसपी मध्य अमरकेश डी, डीएसपी राकेश कुमार, इंस्पेक्टर रामाशंकर सिंह, दारोगा धर्मेंद्र कुमार, मनीष भारद्धाज, शाहनबाज खान, हवलदार मो जाफर आलम , सिपाही भागीरथ कुमार, मुकेश कुमार, विपिन कुमार, रिजवान अकरम, सतीश कुमार, अभय कुमार चौधरी, विनय कुमार, सुनील भेसरा, निक्कू सिंह, योगेंद्र पासवान, श्रीराम, साहिद खान को डीजीपी पुरस्कृत करेंगे.