पटना : कक्षा दो से आठ तक बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में हर सप्ताह विषयों के टेस्ट होंगे. प्रति सप्ताह दो विषयों के टेस्ट होंगे. टेस्ट कराने के लिए सप्ताह का अंतिम दिन मुकर्रर किया गया है. इस कवायद के जरिये राज्य के सरकारी स्कूलों की प्राइवेट स्कूलों से प्रतिस्पर्धा करायी जायेगी. शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के नजरिये से ये कवायद अहम मानी जा रही है. इसे अगले शैक्षणिक सत्र से लागू किये जाने की योजना है.
बिहार शिक्षा परियोजना के निदेशक अरविंद कुमार ने इस आशय के दिशा-निर्देश सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दे दिये हैं. राज्य शिक्षा परियोजना ने कक्षा दो से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों में खेलकूद के लिए भी एक कक्षा लगाने के निर्देश दिये हैं. साथ ही इन्हीं कक्षाओं में वर्ग के हिसाब से मॉनीटर बनाये जाने की बात कही है. हालांकि, इस व्यवस्था करने के निर्देश पहले से हैं, लेकिन इस बार इसे कागजी औपचारिकताओं से परे प्रभावी तौर पर लागू करने की बात कही है. खासतौर पर इस सिस्टम में लड़कियों को भी शामिल करने की बात का उल्लेख किया गया है. जानकारी के मुताबिक, इस पहल से हर साल 12 से 14 लाख बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार होगा. निजी स्कूलों में इन्हीं कक्षाओं के एक चौथाई से कम बच्चे पढ़ते हैं. जाहिर है कि इसका फायदा निम्न वर्ग के बच्चों को मिलेगा, वे निजी स्कूलों के बच्चों से प्रतिस्पर्धी बन सकते हैं.