पटना : गैस एजेंसी मैंडेटरी इंस्पेक्शन के तहत एलपीजी कनेक्क्शन वचूल्हे की लगातार जांच की जा रही है. इस बीच एजेंसी और तेल कंपनी ने अपील एलपीजी उपभोक्ताओं को अपील करते हुए सचेत किया है कि जांच करने आने वाले व्यक्ति का सबसे पहले आइकार्ड जांच करें और उससे एजेंसी के बारे में जानकारी लेने के बाद ही एलपीजी कनेक्शन और चूल्हे की जांच कराएं.
मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से कंपनी और एजेंसी को शिकायत मिल रही थी कि कनेक्शन और चूल्हा जांच करने आने वाले लोग उपभोक्ताओं को फर्जी बिल थमाने का मामला प्रकाश में आया था. इसी को देखते हुए कंपनी और एजेंसी ने यह अपील की है.
3 वर्षों पर होती है जांच
बिहार एलपीजी वितरक एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि एलपीजी कनेक्शन व चूल्हे की हर तीन साल पर जांच होती है. डबल चूल्हा के लिए 150 रुपये और जीएसटी मिलाकर 177 रुपये का भुगतान करना होता है. उन्होंने बताया कि शिकायत मिल रही थी कि जांच करने वाला व्यक्ति आधार नंबर, बैंक खाता मांगता है. फर्जी बिल देने का मामला भी प्रकाश में आया है.
जांच को आये व्यक्ति का आइकार्ड अौर एजेंसी का नाम-पता जरूर पूछें. आधार या बैंक खाता की जानकारी नहीं दें. शंका होने पर पुलिस और हेल्प लाइन पर शिकायत कर सकते हैं.
– एसके सिन्हा, उप महाप्रबंधक, इंडियन ऑयल, (एलपीजी, सेल्स)