पटना : सरकारी फार्म के बीज की क्वालिटी पर उठ रहा सवाल

पटना : राज्य के सरकारी कृषि फार्म में उत्पादित हो रहे बीजों की क्वालिटी पर सवाल उठ रहा है.बिहार राज्य बीज निगम को भागलपुर, मुंगेर और पूर्णिया प्रमंडलों के फार्म से जो बीज मिले उसमें 90 फीसदी बीज जरमीनेशन टेस्ट में फेल हो गया. कृषि फार्म के बेहतर संचालन के लिए विभाग की ओर से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2019 9:33 AM
पटना : राज्य के सरकारी कृषि फार्म में उत्पादित हो रहे बीजों की क्वालिटी पर सवाल उठ रहा है.बिहार राज्य बीज निगम को भागलपुर, मुंगेर और पूर्णिया प्रमंडलों के फार्म से जो बीज मिले उसमें 90 फीसदी बीज जरमीनेशन टेस्ट में फेल हो गया. कृषि फार्म के बेहतर संचालन के लिए विभाग की ओर से उपलब्ध करायी गयी राशि की खर्च की गति भी काफी धीमी है. कृषि विभाग का राज्य में 243 फार्म है इसमें बीज उत्पादन का कार्य होती है.
राज्य बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रयास कर रहा है. राज्य में सालाना करीब 15 लाख टन बीज की जरूर है जबकि राज्य का अपनी उत्पादन तीन लाख टन के करीब है. कृषि रोडमैप में भी बीज उत्पादन पर खासा फोकस किया गया है. राज्य अपनी बीज नीति भी बना रहा है. पिछले दिनों कृषि विभाग के प्रधान सचिव ने बीडीयो कांफ्रेसिंग के जरिए जिला कृषि पदाधिकारियों के साथ विभाग के कामकाज व योजनाओं की समीक्षा की थी.
इसी समीक्षा में यह बात सामने आयी कि कृषि फार्म में उत्पादित होनेवाले बीजों की गुणवत्ता अच्छी नहीं है. समीक्षा के क्रम में कृषि निदेशक ने बताया कि मुंगेर, भागलपुर और पूर्णिया प्रमंडलों के विभिन्न जिलों से बिहार राज्य बीज निगम को गेहूं का जो बीज मिला उसमें 90 प्रतिशत बीज जरमीनेशन टेस्ट में फेल हो गया. समीक्षा में इस बात की हिदायत दी गयी कि कृषि फार्म में उत्पादित होनेवाले बीजों की क्वालिटी पर खास ध्यान रखा जाये.

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