पटना : यूपी-उत्तराखंड में जहरीली शराब से मौतों पर बोले नीतीश, वक्त आ गया, पूरे देश में लागू करनी चाहिए पूर्ण शराबबंदी

पटना : उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर से पूरे देश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में शराबबंदी लागू होगी तो धंधेबाज लोग बच नहीं सकते हैं. सोमवार को विधानसभा स्थित अपने कक्ष में उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2019 7:07 AM
पटना : उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर से पूरे देश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में शराबबंदी लागू होगी तो धंधेबाज लोग बच नहीं सकते हैं.
सोमवार को विधानसभा स्थित अपने कक्ष में उन्होंने कहा कि देश के झारखंड, ओडिशा व छत्तीसगढ़ जैसे कई राज्यों में शराबबंदी को लेकर आंदोलन चलाये जा रहे हैं. उन्होंने सपा सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश प्रसाद यादव को शराबबंदी लागू करने का सुझाव दिया था.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी लागू करने का राज्य सरकारों को निर्णय लेना है. इसमें केंद्र का कोई रोल नहीं है. राज्य सरकार इसे तत्काल निर्णय लेकर लागू करेगी, तभी सफलता मिलेगी.
तमिलनाडु में स्व करुणानिधि ने भी इस पर पहल की थी. स्व जयललिता ने भी शराबबंदी के एक हिस्से को लागू किया था. उन्होंने बताया कि अभी तक उन्होंने शराबबंदी को लेकर छत्तीसगढ़, झारखंड व लखनऊ के सम्मेलन में इसकी पैरोकारी की है.
विकास की रफ्तार बिहार में सबसे तेज
बिहार एक बार फिर देश का सर्वाधिक विकास दर वाला राज्य बन गया है. बिहार ने वर्ष 2007-08 से लगातार रेवेन्यू सरप्लस (राजस्व अधिशेष) वाले राज्य का दर्जा बरकरार रखा है. 2017-18 में राज्य की विकास दर 11.3% रही, जो देश में सबसे अधिक है. 2016-17 के दौरान विकास दर 9.9% रही थी. विकास दर में बढ़ोतरी बेहतर वित्तीय प्रबंधन का सूचक है.
बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने 2018-19 की आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश की. उन्होंने बताया कि 2017-18 के दौरान बिहार की विकास दर 11.3% आंकी गयी, जो देश में सर्वाधिक है. इस अवधि में राष्ट्रीय विकास दर 7% रही है.

Next Article

Exit mobile version