पटना : गिरने लगा जल स्तर, 19 जिलों के डीएम को लिखा पत्र
पटना : बिहार में गर्मी आते ही जल संकट बढ़ने लगता है. बहुत से जिलों का हाल यह है कि फरवरी माह में ही जल स्तर में नीचे भागने लगा है, जिसके चलते अप्रैल, मई, जून में कुछ जिलों में पेयजल का संकट उत्पन्न होने की संभावना बढ़ी गयी है. इसको लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण […]
पटना : बिहार में गर्मी आते ही जल संकट बढ़ने लगता है. बहुत से जिलों का हाल यह है कि फरवरी माह में ही जल स्तर में नीचे भागने लगा है, जिसके चलते अप्रैल, मई, जून में कुछ जिलों में पेयजल का संकट उत्पन्न होने की संभावना बढ़ी गयी है. इसको लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण के कार्यपालक अभियंताओं ने भी इसको लेकर विभाग को पत्र भेजा है., जिसके बाद विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने 19 जिलों के डीएम को पत्र लिख कर पेयजल में हो रही गिरावट की जानकारी दी है.
चापाकल को ठीक करा विभाग को रिपोर्ट भेजने का निर्देश
इन जिलों के डीएम को भेजा गया पत्र : नालंदा, गया, नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, रोहतास, कैमूर, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, जमुई, भागलपुर, बांका, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बेगूसराय, समस्तीपुर, दरभंगा शामिल है.
सचिव ने दिये ये निर्देश : जिन जिलों में क्रिटिकल पंचायत हैं. उसका चयन फरवरी तक पूरा हो जाये और वहां पेयजल का संकट नहीं उत्पन्न हो, इसको लेकर काम तेज कर दिया जाये. जिन जिलों में नये चापाकल लगाने का लक्ष्य रखा गया था. उसे जिलों का स्थल निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट विभाग को 28 फरवरी तक भेजे. कार्यपालक अभियंताओं इन बिंदुओं पर भी समीक्षा करें कि किसी भी हाल में गर्मी में पानी की परेशानी लोगों को नहीं हो. क्रिटिकल पंचायत व वार्ड है.
उन सभी में हर घर नल का जल योजना के तहत अगर कार्य शुरू हो गया हो जाता है, तो इससे बहुत लोगों को सहूलियत होगी. इसके लिए जहां पीएचडी विभाग को कार्य करना है. वहां अभियंता जाकर कार्य को तेज कराएं.