पटना : बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन में सीटों के बंटवारेको लेकर सियासी बयानबाजी का सिलसिला लगातार जारी है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्युलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझीके महागठबंधन में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा को मिलने वाली सीटों से कम पर सहमत नहीं होने संबंधी बयान के बाद अब कांग्रेसने इस मामले में राजद से बराबरी की हिस्सेदारी की मांगकर इसमें नया पेच फंसा दिया है. इन सबके बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया और लिखा है, बिहार में अधिकतम जनाधार के साथ राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी है. हमारी ताकत कमजोर तबकों का हम पर विश्वास है.
In Bihar, RJD is the largest party with maximum voter base …our strength is the trust of weaker sections.https://t.co/SJQU1EzR33
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 13, 2019
दरअसल, कांग्रेस के दो विधायक अजीत शर्मा और रामदेव राय ने कहा है कि जितनी सीटों पर राजद लड़ेगी उतनी ही सीटें कांग्रेस को चाहिए. हालांकि, राजद नेता भाई वीरेंद्र ने ऐसे नेताओं को जदयू और भाजपा का एजेंट करार दिया है. मालूम हो कि पूर्व में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा था कि हर राज्य में अब कांग्रेस ‘फ्रंट फुट’ पर ही खेलेगी. वहीं, बिहार में कांग्रेस की बराबरी की मांग पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने भीअब ट्वीट कर इस मामले पर अपना पक्ष रखा है.
तेजस्वी यादव ने एक अंग्रेजी अखबार को दिये अपने इंटरव्यू के लिंंक को ट्वीटकियाऔर अपना पक्ष रखते हुए स्पष्ट किया है कि सभी दलों को साथ लेकर वह चलेंगे, लेकिन यह भी सच है कि बिहार में सबसे बड़ा जनाधार हमारी पार्टी है और हम सबसे बड़ी पार्टी हैं. तेजस्वी यादवकेइस बयान को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है.
बतादें किराजद-कांग्रेससमेत महागठबंधन के बाकी दलों के बीच अब तक सीट बंटवारे पर समझौता नहीं हो पाया है. इससे पहले मंगलवार को हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा कि हम उपेंद्र कुशवाहा की पार्टीरालोसपा से कम सीट पर किसी भी कीमत पर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. अगर नहीं राजी होते हैं तो हमलोग विचार करेंगे कि क्या करना है. मांझी ने कहा, कुशवाहा कुछ दिन पहले महागठबंधन में शामिल हुए हैं, जबकि हम सेक्युलर पहले से महागठबंधन में शामिल है. ऐसे में अगर उनसे कम सीट पर हम सेक्युलर को चुनाव लड़ने के लिए कहा जायेगा तो यह कैसे संभव होगा.’ उन्होंने कहा कि यह मायने नहीं रखता, ‘‘हमें एक, दो या दस सीट मिलती है बल्कि हमें कुशवाहा जी से अधिक सीट मिलनी चाहिए.’