पटना : सोये समाजवाद को जगाएं नीतीश, देश खतरनाक दौर से गुजर रहा : सिद्दीकी
पटना : राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने राज्यपाल के अभिभाषण के विपक्ष में बोलते हुए शायराना अंदाज में सरकार पर हमला किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए कहा कि अपने सोये समाजवाद को जगाएं, देश वर्तमान में खतरनाक दौर से गुजर रहा है. अगर इसके लिए सत्ता छोड़ना पड़े, तो उसे […]
पटना : राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने राज्यपाल के अभिभाषण के विपक्ष में बोलते हुए शायराना अंदाज में सरकार पर हमला किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए कहा कि अपने सोये समाजवाद को जगाएं, देश वर्तमान में खतरनाक दौर से गुजर रहा है.
अगर इसके लिए सत्ता छोड़ना पड़े, तो उसे भी छोड़ दें. उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में राज्यपाल ने अपने 14 पन्ने के भाषण में महज दो पन्ना पढ़ कर ही छोड़ दिया. उन्हें ऐसा लगा कि अगर पूरा भाषण पढ़ेंगे, तो यह राज्यपाल पद की गरिमा के विरुद्ध होगा. उन्होंने सीएम से कहा कि आप बड़े इंजीनियर हैं, जुगाड़ तकनीक में माहिर हैं. समाजवादी नेताओं के साथ नीतीश कुमार का योगदान काफी रहा है.
बशीर बद्र के शायरी का सहारा लेते हुए सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में 13 प्वाइंट आरक्षण व्यवस्था से आरक्षण को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है. इसका विरोध राज्य को करना चाहिए.
उन्होंने शिक्षा की स्थिति पर कहा कि सरकारी स्कूलों में महज 28 फीसदी बच्चे ही उपस्थित होते हैं. यह खुलासा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पत्र से होता है. फिर भी 75 फीसदी उपस्थिति वाले छात्रों को कैसे इसका लाभ मिल जाता है. राज्यपाल के भाषण पर रमेश सदा, वशिष्ट सिंह, अनिल सिंह समेत अन्य ने पक्ष में और रामदेव राय, महबूब आलम, समीर कुमार महासेठ, राजेंद्र राय समेत अन्य ने विपक्ष में अपनी बात रखी.
विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार के जवाब का किया वाकआउट
बिहार विधान परिषद में राज्यपाल के बजट अभिभाषण पर सदस्यों ने संशोधन प्रस्ताव पेश किया. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री व बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी, राजद के डॉ रामचंद्र पूर्वे व सुबोध कुमार, जदयू के अशोक चौधरी, नीरज कुमार व हीरा बिंद, रालोसपा के संजीव श्याम सिंह, कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्र सहित अन्य नेता शामिल रहे. राबड़ी देवी ने 75 संशोधन पेश किया, जिसे सदन ने सर्वसम्मति से खारिज कर दिया.
वहीं, प्रेमचंद्र मिश्र ने पुलिस बहाली को लेकर सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की, जिसे सदन ने खारिज कर दिया. इस दौरान जदयू के विधान पार्षद नीरज कुमार ने सरकार की उपलब्धि बतानी शुरू की, जिसे लेकर सदन में विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया.
इसे लेकर सदन की कार्यवाही शाम पौने पांच से सवा पांच बजे तक आधा घंटा के लिए स्थगित हो गयी. वहीं, राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जवाब दिया. इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने वाकआउट किया. इसके पहले जदयू के अशोक चौधरी ने सदन में राज्यपाल के अभिभाषण का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार मिशन मोड में काम कर रही है. बिजली, शिक्षा समेत सभी क्षेत्रों में विकास का काम हुआ है.