पटना : नहीं रुकतीं बसें, बेकार पड़े हैं मॉर्डन बस क्यू शेल्टर

चार वर्ष पहले 13.78 करोड़ खर्च कर बने थे 117 बस क्यू शेल्टर पटना : चार वर्ष पहले 13.78 करोड़ रुपये खर्च कर पटना के प्रमुख सड़कों पर बने 117 मॉडर्न बस क्यू शेल्टर बेकार पड़े हैं. प्राइवेट सिटी राइड बसों ने तो इसका कभी इस्तेमाल किया ही नहीं, बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2019 9:33 AM
चार वर्ष पहले 13.78 करोड़ खर्च कर बने थे 117 बस क्यू शेल्टर
पटना : चार वर्ष पहले 13.78 करोड़ रुपये खर्च कर पटना के प्रमुख सड़कों पर बने 117 मॉडर्न बस क्यू शेल्टर बेकार पड़े हैं. प्राइवेट सिटी राइड बसों ने तो इसका कभी इस्तेमाल किया ही नहीं, बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की नगर सेवा भी इसका इस्तेमाल नहीं कर रही है. हालांकि उम्मीद थी कि निगम की नगर सेवा की बसें इन शेल्टरों का इस्तेमाल करेंगी, लेकिन नगर सेवा के शुरू हुए नौ महीना बीतने के बावजूद अब तक इसका ठीक से इस्तेमाल शुरू नहीं हुआ है. ज्यादातर क्यू शेल्टर पर अतिक्रमण है.
जगह की कमी से 91 का नहीं हो पाया निर्माण
जवाहरलाल नेहरू शहरी नवीनीकरण मिशन के अंतर्गत 2013 में 208 मॉडर्न बस क्यू शेल्टर के निर्माण की योजना बनी. इसके लिए नगर विकास विभाग की ओर से बुडको को 15 करोड़ रुपये दिये गये. 2014 में जब टेंडर जारी हुआ तो 91 बस क्यू शेल्टर के लिए नक्शे में जहां जगह चिह्नित की गयी थी, वहां जगह ही नहीं मिली. 117 बस क्यू शेल्टर का ही निर्माण हो सका. अगस्त, 2014 में पहला बस क्यू शेल्टर बना और अगस्त, 2015 तक निर्माण पूरा हो गया.
रूट के बसों का नंबर और समय सारिणी नहीं अंकित : अधिकतर मॉडर्न बस क्यू शेल्टर में रूट के बसों का नंबर और समय सारणी अंकित नहीं है. अगले स्टॉपेज का विवरण भी इस पर अंकित नहीं है. बाहर से आने वाला कोई नया व्यक्ति बिना किसी से पूछे स्टॉपेज पर यह नहीं समझ सकता कि किस जगह जाने के लिए वह कितने नंबर की बस में बैठे.

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