पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में गांवों की पगडंडियों पर छाया रहा मातम
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के विरोध में प्रखंडों में जगह-जगह लोगों ने कैंडल मार्च निकाल शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान कई जगहों पर कारोबारियों ने दुकानें बंद कर अपना गुस्सा दर्ज कराया. लोगों ने अपने गुस्से का इजहार करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला भी फूंका. साथ ही पाकिस्तान मुर्दाबाद […]
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के विरोध में प्रखंडों में जगह-जगह लोगों ने कैंडल मार्च निकाल शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान कई जगहों पर कारोबारियों ने दुकानें बंद कर अपना गुस्सा दर्ज कराया. लोगों ने अपने गुस्से का इजहार करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला भी फूंका. साथ ही पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा भी लगाया. उधर, मसौढ़ी के शहीद संजय सिन्हा के अंतिम दर्शन को मानों पूरा शहर उमड़ पड़ा हो. चारों तरफ वंदे मातरम् और भारत माता के जयकारे के साथ शहीद अमर रहे के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा.
भारत माता के जयकारों से गूंज उठा हर कोना
फतुहा : हमले के विरोध और शहीद के अंतिम संस्कार को लेकर शनिवार को फतुहा बाजार बंद रहा. सुबह से ही युवा और दुकानदार बाजार में तिरंगा लेकर उतर गये जो दोपहर तक बाजारों में भारत माता की जय, वंदे मातरम्, वीर संजय अमर रहे के नारे लगाते रहे. बाद में हजारों की संख्या में लोग श्मशान घाट पहुंच कर शहीद को नम आंखों से अंतिम विदाई दी.
बिक्रम. आतंकी हमले के विरोध में बिक्रम बाजार की दुकानों का शटर डाउन रहा. बाजार बंद रहने से पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा रहा. शहीद चौक, पतुत चौक पर बसों व ट्रकों का परिचालन भी ठप रहा.
दुल्हिनबाजार. शनिवार की सुबह से ही लोगों ने दुल्हिनबाजार स्थित राजीपुर गांव के पास एनएच 139 पर आगजनी कर यातायात ठप कर दिया. वहीं, दुल्हिनबाजार, राजीपुर, भरतपुरा व जमुई जैसे ग्रामीण बाजारों में भी बच्चों से लेकर बड़े तक दुकान बंद करवाते नजर आये. पाकिस्तान व आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे भी लगाये गये.
मोकामा. आतंकी हमले के विरोध में मोकामा बाजार शनिवार को बंद रहा. इधर, बादपुर गांव में भी सैकड़ों युवाओं ने जुट कर पाकिस्तान को सबक सिखाने की आवाज उठायी.
पटना सिटी. हमले के विरोध में शनिवार को अनाज मंडी मसूरगंज व किराना मंडी मारूफगंज में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर श्रद्धांजलि सभा की गयी. मसूरगंज मंडी में भी गोल्डन कुमार की अगुआई में श्रद्धांजलि सभा हुई. मंडी के व्यापारियों ने सभा के उपरांत मार्च भी निकाला.
वहीं,शनिवार को पश्चिम दरवाजा, गुजरी बाजार, सादिकपुर, मीना बाजार व चैलीटांड़ समेत अन्य मुहल्लों के खुदरा दुकानदारों ने भी दुकानों को बंद रखा. दुकानदारों ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च भी निकाला खुले प्रतिष्ठानों को बंद कराया. महेंद्रू में भी दुकानों को बंद कर पाकिस्तान के पीएम व आंतकी मसूद अजहर के पुतलों को फांसी से लटका कर फूंका गया.
पालीगंज. पुलवामा हमले के विरोध में शनिवार की सुबह से ही गांव-गांव व शहर-शहर में पाकिस्तान विरोधी नारेबाजी के साथ ही पाक के पीएम का पुतला फूंका . अरवल मोड़ पर ग्रामीणों ने टायर जला कर सड़क जाम की. वहीं, जवानों की शहादत पर गमगीन कारोबारियों ने दुकानें बंद रखीं.
अथमलगोला. शहीद हुए जवानों के सम्मान में प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष सहित प्रखंड और अंचल कार्यालय के कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखा.
दुल्हिनबाजार. शनिवार की शाम स्थानीय बाजार के अलावा कई ग्रामीण इलाकों में कैंडल मार्च निकाल शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.
प्रखंड क्षेत्र के लाला भदसारा गांव, सैदवाद चौक व स्थानीय बाजार में कैंडल मार्च निकाला गया. इस दौरान सैकड़ों लोगों ने कुछ समय का मौन धारण कर शोक प्रकट किया.
पंडारक. पुलवामा में शहीद जवानों के सम्मान में पंडारक के नवयुवकों ने कैंडल मार्च निकाला. जुलूस उच्च पथ से होते हुए पंडारक स्टेशन पहुंचा. यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला फूंका गया. वहीं, शहीद को श्रद्धांजलि दी गयी.
कैंडल मार्च निकाल शहीदों को दी श्रद्धांजलि
दानापुर : आंतकवादी हमले से नगर में गम और गुस्से की लहर दौड़ गयी है. सबने आंतकियों की इस कायराना हमले की कड़ी निंदा की और शहीदों जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. शनिवार को नगर में विभिन्न संगठनों द्वारा शनिवार को जुलूस निकालकर पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाये. वहीं, गाभतल व गोलापर राम मंदिर के पास गुस्से में युवकों ने सड़क जाम नारेबाजी की. शाम में विभिन्न संगठनों ने मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. शहीदों की याद में नगर के अधिकांश दुकानदारों ने अपनी दुकानों को बंद रखा.
बाढ़. बाढ़ सहित इलाके में दिन भर पुलवामा हमले के विरोध में युवाओं में अलग तरीके का आक्रोश देखने को मिला. शहर के कोने-कोने में कैंडल मार्च का आयोजन के साथ जुलूस निकाला गया. जुलूस मुख्य सड़क से होते हुए इलाके के विभिन्न गलियों में भी भ्रमण किया.
मुस्लिम युवाओं में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला. स्टेशन चौक बाजार के पास व्यापारी संघ के सदस्यों द्वारा सैकड़ों लोग एकजुट हुए और अपने प्रतिष्ठान को बंद करते हुए जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए बाढ़ को बंद रखा.
मनेर. छितनावा में नौजवानों ने कैंडल मार्च निकाल आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश जताया. आक्रोशित नौजवानों ने बिहार प्रदेश जदयू सेवा दल के प्रदेश महासचिव चंद्रकांत मिश्र के नेतृत्व में अमर जवान की प्रतिमा पर जाकर श्रद्धांजलि दी. जीवराखन टोला कॉलोनी में कैंडल मार्च निकाला गया. गोरैयस्थान में मो परवेज के नेतृत्व कैंडल मार्च निकाला गया.
पालीगंज : पूर्व विधायक व राज्य महिला आयोग के सदस्य डाॅ उषा विद्यार्थी ने शाम को कैंडल मार्च निकाला यह मार्च पूरे बाजार में भ्रमण करते हुए स्थानीय दुर्गास्थान पहुंचा. इसके पूर्व बजरंग दल के वरिष्ठ नेता पुरुषोत्तम सिन्हा, संदीप गुप्ता व निरखपुर-पाली पंचायत के मुखिया नजबुन निशा, गरीब नवाज पुरानी मस्जिद के मौलाना हाफिज रिजवान, हाफिज नसीम रजा व अजमल हुसैन के संयुक्त नेतृत्व में ग्रामीणों ने तिरंगा मार्च निकाला.
पटना सिटी : आतंकी हमले से नाराज लोगों का गुस्सा सड़कों पर शनिवार को भी दिखा. वहीं, स्कूलों में भी बच्चों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. हाजीगंज स्थित टेंडर हार्ट इंटरनेशनल स्कूल में निदेशक रवि भार्गव की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा हुई. इसमें बच्चों ने कैंडल जला श्रद्धांजलि दी. श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ कनक भूषण मिश्र के निर्देश पर एनसीसी कैडट के साथ कैंडल मार्च निकाला गया.
अनिसाबाद में फूंका गया इमरान खान का पुतला
फुलवारीशरीफ : अनिसाबाद में लाल मंदिर के पास सैकड़ों की संख्या में जमा हुए युवाओं , बच्चों और बुजुर्गों ने शहीदों की शहादत को सलाम पेश किया. शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए आक्रोश मार्च निकाला गया. जदयू नेता पंकज मालाकार ने बताया कि इस मार्च में सभी दलों, संगठनों और सभी समुदाय के लोगों के लोगों ने हिस्सा लिया.
मार्च अनिसाबाद गोलंबर व चितकोहरा गोलंबर होते हुए वापस अनिसाबाद गोलंबर पहुंचा जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का पुतला फूंका गया और पाकिस्तान विरोधी नारे लगाये गये. इधर, सकरैचा मुखिया संतोष कुमार के नेतृत्व में युवाओं और महिलाओं व पुरुषों ने शहीद संजय कुमार अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद , शहीदों की शहादत का बदला लेकर रहेंगे, इंडियन आर्मी जिंदाबाद आदि जोरदार नारेबाजी की .
शहीदों के लिए करायी विशेष पूजा
पटना : जम्मू -कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों की आत्मा की शांति के लिए लोजपा द्वारा शनिवार को विशेष प्रार्थना करायी गयी. युवा लोक जनशक्ति पार्टी पटना महानगर के अध्यक्ष कृष्ण सिंह कल्लू ने बताया कि 31 ब्राह्मणों द्वारा हवन कर शहीद हुए जवानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गयी.
उन्होंने कहा कि हमले में घायल जवानों के जल्द स्वस्थ होने के लिए महामृत्युंजय जाप का आयोजन किया गया. इस कायरतापूर्ण कार्रवाई से लोगों में आक्रोश और गुस्सा है. प्राचार्य अक्षय तिवारी ने अपने 31 ब्राह्मणों के साथ हवन- पूजन किया. मौके पर पवन गुप्ता, सुधीर चंद्रवंशी, दिलीप मेहता, सुमन कुमार पंडित अजीत तिवारी आदि मौजूद रहे.
इमारत-ए- शरिया ने आतंकी हमले की निंदा की
फुलवारीशरीफ : इमारत- ए- शरिया के सचिव मौलाना अनिसुर्रहमान कासमी ने कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा की. उन्होंने इस हमले को कायरतापूर्ण हमला बताया. हमले के पीछे जो दोषी है उन पर कड़ी कार्रवाई करें. मृतक जवानों के परिजन के साथ पूरा देश खड़ा है. उधर, बेऊर स्थित आइआइ एचआइआर के छात्रों ने कैंडल मार्च निकाल शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इसके आलवा कुरथौल के क्रांतिकारी मोर्चा ने भी शहीद संजय सिन्हा के पार्थिव शरीर को पुष्पांजलि अर्पित की.
खानकाह के गद्दीनशीं ने दी श्रद्धांजलि
मनेर : मनेर शरीफ खानकाह व दरगाह के सज्जादानशीन सैयद शाह तारिक एनैतुल्लाह फिरदौसी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए लोगों के परिजनों का दुख-दर्द बयान नहीं किया जा सकता. मैं शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. आतंकवादी देश पाकिस्तान को कड़ा से कड़ा जवाब देने की जरूरत है. देश का हर मजहब और हर तबका देश के हर फैसले के साथ है.
तीन दिनों से आसपास के घरों में नहीं जले चूल्हे : मसौढ़ी. गुरुवार की देर शाम जैसे ही जम्मू में आतंकवादियों द्वारा किये गये विस्फोट में नगर के तारेगना मठ निवासी सीआरपीएफ के हवलदार संजय कुमार सिन्हा के शहीद होने की मनहूस खबर जैसे मिली उनके परिजनों के साथ आसपास के घरों के लोग भी स्तंभ हो गये.
इधर, शनिवार की दोपहर शहीद संजय का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा. गुरुवार की रात से लेकर शनिवार की दोपहर तक करीब चालीस घंटे होने को थे और इसके शोक में शहीद के घर के अलावा आसपास के कुछ घरों में चूल्हे नहीं जले थे.
मसौढ़ी बाजार बंद रहा. पूछने पर उन्होंने घरों के लोगों ने बताया कि संजय हम सब का दुलारा था. अभी तक हमलोगों को विश्वास ही नही हो रहा है कि अब वह हमारे बीच नहीं है. हमलोग किस मुंह से घरों में चूल्हा जलायें. बगल के घर में रोने बिलखने की आवाज सुन हिम्मत जवाब दे गयी.