पटना : एक रुपये में एक घंटा किराये पर मिलेगी इको फ्रेंडली साइकिल
राजधानी की 14 जगहों पर होगी साइकिल पार्किंग की सुविधा पटना : शहरवासियों को शीघ्र ही किराये पर इको-फ्रेंडली साइकिल की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. इसको लेकर राजधानी की 14 जगहों पर हाइटेक साइकिल स्टैंड बनाये जायेंगे. एसजीएललाइन इनोवेशन लिमिटेड नामक निजी कंपनी ने निगम को प्रस्ताव दिया था. प्रस्ताव पर निगम ने स्वीकृति दे […]
राजधानी की 14 जगहों पर होगी साइकिल पार्किंग की सुविधा
पटना : शहरवासियों को शीघ्र ही किराये पर इको-फ्रेंडली साइकिल की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. इसको लेकर राजधानी की 14 जगहों पर हाइटेक साइकिल स्टैंड बनाये जायेंगे. एसजीएललाइन इनोवेशन लिमिटेड नामक निजी कंपनी ने निगम को प्रस्ताव दिया था. प्रस्ताव पर निगम ने स्वीकृति दे दी है. अब कंपनी इस योजना को सीएसआर के तहत पूरा करेगी.
प्रत्येक पार्किंग में होंगी 10 साइकिलें
कंपनी की ओर से मोबाइल एप भी लांच किया जायेगा. इस एप के जरिये ही लोग इस सेवा की मेंबरशिप ले सकेंगे. निगम के अधिकारी ने बताया शहर में 14 जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था की गयी है और प्रत्येक पार्किंग में एक साथ 10 साइकिलें खड़ी रहेंगी. वहीं, पार्किंग में खड़ी साइकिल की सुरक्षा के लिए डिजिटल लॉक लगाये जायेंगे, ताकि सिर्फ मेंबरशिप लिये लोग ही लॉक को खोल सकें. कंपनी के निदेशक कृष्णा ने बताया कि साइकिल का किराया प्रति घंटा 1 से 2 रुपये होगा.
इन जगहों पर होगी पार्किंग : गांधी मैदान के समीप ज्ञान भवन के सामने, मौर्य होटल के सामने, एसके मेमोरियल हॉल के सामने, आरबीआइ के समीप, इको पार्क के गेट नंबर 1, 2 व 3, बिहार संग्रहालय, चिड़ियाघर गेट नं-2, ऊर्जा स्टेडियम, ग्रीन पार्क ऑफिसर फ्लैट, एसकेपुरी आदि चयनित हैं.
सिटी सर्विस कार्ड से करेंगे पार्किंग, शौचालय और कचरा उठाव राशि का भुगतान
पटना : नगर निगम क्षेत्र के मकान मालिकों से निगम प्रतिवर्ष होल्डिंग टैक्स वसूल करता है. इसके साथ ही कचरा उठाव शुल्क, गंदगी फैलाने पर जुर्माना, शौचालय शुल्क और पार्किंग शुल्क वसूलने की योजना बनायी जा रही है. शहरवासियों को इन शुल्कों की राशि भुगतान करने में परेशानी नहीं हो.
इसको लेकर निगम प्रशासन एचडीएफसी बैंक के सहयोग से सिटी सर्विस कार्ड बना रहा है, जो शहरवासियों को मुहैया कराये जायेंगे. इतना ही नहीं, मॉड्यूलर व इ-टॉयलेट के गेट पर सेंसर लॉक लगाये जायेंगे, जो सिर्फ सिटी सर्विस कार्ड से ही खुलेंगे. राजधानी यानी निगम क्षेत्र में पहले चरण में 1.5 लाख कार्ड बनाने की योजना बनायी है.