पटना : सभी बूथों पर केंद्रीय बल, हर बूथ को इलेक्ट्रिफायड करने के निर्देश

डीएम और एसपी को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दिया निर्देश पटना : लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य के सभी 72 हजार मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात किये जायेंगे. सभी केंद्रों पर मजिस्ट्रेट की भी तैनाती होगी. इसके लिए सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को अर्द्धसैनिक बलों की जरूरत बताने को कहा गया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2019 6:53 AM
डीएम और एसपी को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दिया निर्देश
पटना : लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य के सभी 72 हजार मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात किये जायेंगे. सभी केंद्रों पर मजिस्ट्रेट की भी तैनाती होगी.
इसके लिए सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को अर्द्धसैनिक बलों की जरूरत बताने को कहा गया है. मुख्य निर्वाचन कार्यालय में शनिवार को करीब तीन घंटे तक सभी डीएम और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई समीक्षा बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने हर बूथ को इलेक्ट्रिफायड करने के निर्देश दिये. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बूथों पर रैंप का निर्माण, पेयजल, टॉयलेट, फर्नीचर आदि सुविधाएं मुहैया करायी जायेंगी. सीइओ ने कहा कि वोटर लिस्ट का प्रकाशन 22 फरवरी को होगा.
एचआर श्रीनिवास ने बताया कि चुनाव घोषणा से पहले सभी तरह की तैयारियां कर ली जायेंगी. बूथों पर वेब कास्टिंग की तैयारी, चुनाव सामग्री की उपलब्धता, सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती, बाहर से आने वाली फोर्स से संबंधित व्यवस्था, सेक्टर मजिस्ट्रेट और उड़नदस्ता टीम के गठन के निर्देश दिये गये हैं.
सर्विस वोटर के मतदान को लेकर तैयारी कर लेने को कहा गया है. टॉल फ्री नंबर 1950 के लिए कंट्रोल रूम के संचालन, कॉल रिकॉर्डिंग के साथ ही इवीएम व वीवीपैट का प्रदर्शन करते हुए लोगों को जागरूक करने पर भी जोर दिया गया. अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह सहित निर्वाचन कार्यालय के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे.
पटना : मजिस्ट्रेट और उड़नदस्ते की हर मूवमेंट की मिलेगी जानकारी
पटना : लोकसभा चुनाव की व्यवस्थाओं को हाइटेक बनाया गया है. सेक्टर मजिस्ट्रेट और उड़नदस्ता टीम की हर मूवमेंट की जानकारी मिलती रहेगी. इसके लिए इनकी गाड़ियां जीपीआरएस सिस्टम से लैस होंगी. इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि किसी भी बूथ पर अनहोनी की सूचना मिलने पर आसपास की टीम को सूचना दे दी जायेगी.
ताकि वह जल्दी घटनास्थल पर पहुंच सके. प्रदेश में 72 हजार बूथ हैं. 12-14 बूथ पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट होता है. वोटिंग के दौरान बूथों पर होने वाले सुरक्षा इंतजामों के अलावा सेक्टर मजिस्ट्रेट और उड़दस्ता टीमें बनायी जाती हैं. जिला स्तर पर डीएम के स्तर से ये टीमें बनती हैं. शांतिपूर्ण मतदान कराने की जिम्मेदारी इन पर भी होती है. गड़बड़ी की सूचना पर ये टीमें मौके पर पहुंचती हैं.

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