पटना : उच्च शिक्षा के विकास का ब्लूप्रिंट तैयार करेंगे पटना विवि के शिक्षक
राजभवन में दो दिवसीय सेमिनार के बाद लिया गया निर्णय पटना : बिहार में उच्च शिक्षा के विकास का ब्लू प्रिंट तैयार करने के लिए राजभवन ने पटना यूनिवर्सिटी के 20 शिक्षकों की टीम बनायी है. राजभवन में उच्च शिक्षा को बेहतर करने के लिए हुए दो दिवसीय सेमिनार के बाद यह निर्णय लिया गया […]
राजभवन में दो दिवसीय सेमिनार के बाद लिया गया निर्णय
पटना : बिहार में उच्च शिक्षा के विकास का ब्लू प्रिंट तैयार करने के लिए राजभवन ने पटना यूनिवर्सिटी के 20 शिक्षकों की टीम बनायी है. राजभवन में उच्च शिक्षा को बेहतर करने के लिए हुए दो दिवसीय सेमिनार के बाद यह निर्णय लिया गया है. प्रदेश में उच्च शिक्षा की स्थिति को बेहतर करने के लिए राजभवन के निर्देश पर छह चैप्टरों में काम को बांटते हुए शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गयी है.
इन विषयों पर बनेगी रिपोर्ट
डिजिटाइजेशन : डॉ संतोष प्रसाद गुप्ता, डॉ अशोक कुमार झा (दोनों फिजिक्स डिपार्टमेंट से)
परीक्षा में सुधार : डॉ एसके शर्मा (अंग्रेजी) , डॉ आरके मंडल (बॉटनी),
छात्रों की गतिविधियां, सामाजिक जिम्मेदारी, एलुमनी एसोसिएशन, स्पोर्ट्स व संस्कृति : डॉ शंकर आदित्य दत्ता (अंग्रेजी), अतुल आदित्य पांडेय (जियाेलॉजी), डॉ मोहम्मद नाजिम (ज्योगरफी), डॉ शेफाली रॉय (पॉलिटिकल साइंस, पटना वीमेंस कॉलेज).
एनआइआरएफ और नैक मान्यता : डॉ डॉली सिन्हा, प्रो-वाइस चांसलर, पटना यूनिवर्सिटी, डॉ अनुराधा सहाय (ज्योग्रॉफी), डॉ पीके खान (जूलॉजी), डॉ संदीप गर्ग (फिजिक्स), डॉ स्तुति प्रसाद (अंग्रेजी).
शैक्षणिक सुधार : डॉ जीबी चंद (जूलॉजी), डॉ शंकर कुमार (फिजिक्स), डॉ बिरेंद्र प्रसाद (बॉटनी), डॉ पीके खान (जूलॉजी).
पुस्तकालय और प्रयोगशाला : डॉ पुष्पांजलि खरे (बॉटनी, मगध महिला कॉलेज), डॉ रवींद्र कुमार (जियोलॉजी), डॉ अशोक कुमार झा (फिजिक्स, पटना साइंस कॉलेज).