पटना : मानवाधिकार आयोग, एकमात्र बचे सदस्य भी आज हो जायेंगे रिटायर
पटना : तीन सदस्याें वाले बिहार मानवाधिकार आयोग में मंगलवार तक सदस्यों की नियुक्ति नहीं हुई, तो बुधवार से काम बाधित हो सकता है. दो पद पहले से ही रिक्त हैं. अकेले ही आयोग की फुल बैंच चला रहे जस्टिस मांधाता सिंह भी मंगलवार को रिटायर हो जायेंगे. उम्मीद है कि सरकार कभी भी रिक्त […]
पटना : तीन सदस्याें वाले बिहार मानवाधिकार आयोग में मंगलवार तक सदस्यों की नियुक्ति नहीं हुई, तो बुधवार से काम बाधित हो सकता है. दो पद पहले से ही रिक्त हैं. अकेले ही आयोग की फुल बैंच चला रहे जस्टिस मांधाता सिंह भी मंगलवार को रिटायर हो जायेंगे. उम्मीद है कि सरकार कभी भी रिक्त पदों पर नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर सकती है. आयोग में आने वाली शिकायतों के निस्तारण के लिए तीन बेंच हैं. अध्यक्ष का पद दो नवंबर, 2016 से रिक्त है.
सदस्य के दो पद हैं. इनमें एक पद 30 नवंबर से रिक्त है. जस्टिस मांधाता सिंह 27 फरवरी, 2014 को सदस्य नियुक्त हुए थे. नवंबर, 2016 से वह कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. आइजीपी और उपसचिव का पद भी रिक्त चल रहा है. मंगलवार दोपहर दो बजे जस्टिस मांधाता सिंह के लिए आयोग कर्मियों ने विदाई समारोह का आयोजन किया है.
औसतन 24 शिकायतों का हुआ निबटारा
मानवाधिकार आयोग में 2015 में करीब 10295 शिकायतें लंबित थीं. 2016 से एक फरवरी, 2019 तक 25 हजार 259 शिकायतें और प्राप्त हुईं. इस अवधि में 26 हजार 914 शिकायतों का निबटारा किया गया. यानी 2016 से एक फरवरी, 2019 तक के कार्यकाल को आंके तो आयोग को प्रतिदिन औसतन 22 शिकायतें मिलीं, जबकि निस्तारण का औसत 24 शिकायतों का रहा.
इंसेट–
वर्ष @ शिकायत मिलीं@ निस्तारित
2016@7936 @9086
2017@ 8422@9206
2018@ 8062@ 7693
2019@ 845@ 929
इंसेट-
यह शिकायतें सबसे अधिक मिलीं
– पुलिस के खिलाफ – 18745
– सर्विस मामले – 7951
– माफिया के खिलाफ – 4667
– महिला उत्पीड़न – 2829
– जेल में उत्पीड़न – 2016
– प्रदूषण संबंधी – 175