मसौढ़ी : शहीद के घर पहुंचे शहरवासी, परिजनों ने कहा, कलेजे को पहुंची ठंडक, पर बदला अधूरा

एयर स्ट्राइक की खबर मिलते ही शहीद के घर पहुंचे शहरवासी, परिजनों ने कहा मसौढ़ी : मुझे अपने बेटे के खोने का गम तो है और उसका घाव भी हरा है. लेकिन भारतीय सेना ने मंगलवार को तड़के पाकिस्तान में घुस कर पाक आतंकवादियों को जो मार गिराया है, उससे मेरे गहरे जख्म पर मरहम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2019 6:29 AM
एयर स्ट्राइक की खबर मिलते ही शहीद के घर पहुंचे शहरवासी, परिजनों ने कहा
मसौढ़ी : मुझे अपने बेटे के खोने का गम तो है और उसका घाव भी हरा है. लेकिन भारतीय सेना ने मंगलवार को तड़के पाकिस्तान में घुस कर पाक आतंकवादियों को जो मार गिराया है, उससे मेरे गहरे जख्म पर मरहम लगा है और कलेजे को ठंडक मिली है. शहीद संजय कुमार सिन्हा के पिता महेंद्र प्रसाद की आंखें यह कहते हुए डबडबा गयीं.
वे कहते हैं कि यह कार्रवाई अंतिम नहीं होनी चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इससे भी बड़ी और ऐसी कार्रवाई करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के लिए हम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने पुलवामा की घटना के 12वें दिन ही पाक को सबक सिखाया है. प्रधानमंत्री व भारतीय सेना की यह कार्रवाई पुत्र संजय समेत पुलवामा में मारे गये 44 भारतीय जवानों के प्रति श्रद्धांजलि है.
सेना ने अच्छा काम किया है
-बेबी देवी
(शहीद की पत्नी)
सेना की कार्रवाई की खबर सुन शहीद संजय की पत्नी बेबी देवी के चेहरे पर सुकून की छाया थी. प्रतिक्रिया पूछने पर केवल यह कह चुप हो जाती हैं कि ‘सेना ने अच्छा काम किया है’.
बदला लेने की पूरी छूट
-शहीद का पुत्र
प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना को कार्रवाई की पूरी छूट दे दी है, उसी का परिणाम है कि भारतीय सेना ने घटना के 11-12 दिन के भीतर ही पाकिस्तान में घुस कर 300 आतंकवादियों को मार गिराया है. शहीद के पुत्र ओमप्रकाश कहते हैं कि अब वक्त आ गया है कि हम किसी भी आतंकवादी कार्रवाई पर बातचीत जैसे ढुलमुल रवैया पूर्व की तरह नहीं अपनाएं, बल्कि हर हमले का माकूल जवाब दें. इससे सेना में विश्वास का भाव पैदा होगा और भारत के प्रति नापाक इरादा रखनेवालों में दहशत होगी.
पाक को सिखाएं सबक
-शहीद के भाई शंकर कुमार
शहीद संजय के अनुज शंकर कुमार सीआरपीएफ में राजगीर (बिहारशरीफ) में पदस्थापित हैं. भारतीय सेना की कार्रवाई पर वे कहते हैं कि अब आतंकवादियों के संरक्षक पाकिस्तान को सबक सिखाने की जरूरत है.
आतंकवाद का खात्मा हो
-शहीद की पुत्री
शहीद संजय की बड़ी बेटी रूबी कुमारी कहती हैं कि भारतीय सेना ने अपनी कार्रवाई कर बदला तो लिया है. लेकिन इससे न तो पाकिस्तान और न ही आतंकी बाज आनेवाले हैं. आतंकवाद को जड़ से मिटाने की जरूरत है.
मुख्यमंत्री से मिलने जा रहा शहीद का परिवार लौटा
मसौढ़ी : मंगलवार को मुख्यमंत्री से मिलने जा रहा शहीद संजय का परिवार देर होने के कारण बीच रास्ते से लौट गया. शहीद की पत्नी बेबी देवी, उनकी दोनों पुत्रिया व कमलेश कुमार मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पटना सड़क मार्ग से चल दिये. लेकिन पुनपुन में जाम रहने के कारण उन्हे देर हो गई. मुख्यमंत्री तय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जा चुके थे. इसके बाद शहीद परिजन लौट गये.
सन्हौला (भागलपुर). मंगलवार को जैसे ही गांव में यह खबर फैली कि भारतीय सैनिकों ने एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान में चल रहे आतंकियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया वैसे ही गांव का माहौल ही बदल गया. होली-दीवाली जैसा इजहार करने लगे.
300 आतंकियों के मरने से कुछ नहीं होने वाला. बर्बादी ही उनका लक्ष्य बन कर रह गया है. पाकिस्तान समर्थित आतंकियों को खत्म होना चाहिए.
राजनंदनी कुमारी, शहीद रतन कुमार ठाकुर की पत्नी
मेरे कलेजे को पहुंची ठंडक, पर बदला अधूरा
-राम निरंजन ठाकुर , शहीद
रतन कुमार ठाकुर के पिता
इस हमले से खुश हूं. बेटे के श्राद्धकर्म के बाद शांति पाठ के समय हमले की सूचना से बेटे की आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. लेकिन, अभी और हमले की जरूरत है. आतंकियों को खत्म करने के लिए अभियान जारी रहे.

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