पटना : किसानों को मिला मुआवजा, पर बियाडा का जमीन पर कब्जा नहीं
फतुहा, खगड़ा, कुमारबाग , बिहटा और कहलगांव में बनना था इंडस्ट्रियल एरिया पटना : राज्य में बनने वाले पांच इंडस्ट्रियल एरिया सरकारी लेट लतीफी और लालफीताशाही की भेंट चढ़ गया. पटना के फतुहा और बिहटा, पश्चिम चंपारण के कुमार बाग, किशनगंज के खगड़ा और भागलपुर के कहलगांव में इसे बनाया जाना था. बियाडा ने जमीन […]
फतुहा, खगड़ा, कुमारबाग , बिहटा और कहलगांव में बनना था इंडस्ट्रियल एरिया
पटना : राज्य में बनने वाले पांच इंडस्ट्रियल एरिया सरकारी लेट लतीफी और लालफीताशाही की भेंट चढ़ गया. पटना के फतुहा और बिहटा, पश्चिम चंपारण के कुमार बाग, किशनगंज के खगड़ा और भागलपुर के कहलगांव में इसे बनाया जाना था. बियाडा ने जमीन के लिए किसानों को दो सौ करोड़ का भुगतान भी कर दिया, लेकिन अब तक जमीन पर बियाडा का कब्जा नहीं हुआ. सरकार इन दिनों राज्य के औद्योगिक विकास और निवेश के लिए कई तरह की योजना चला रही है.
हाल के वर्षों में राज्य में पुराने इंडस्ट्रियल एरिया का विकास हुआ, वहां उद्यमियों के लिए आधारभूत संरचनाएं विकसित की गयी हैं. अभी राज्य में बियाडा के 53 औद्योगिक क्षेत्र हैं. हाल के वर्षों में नये औद्योगिक क्षेत्र का भी विकास भी हुआ है. फतुहा में 70 एकड़, किशनगंज के खगड़ा में चार, कुमारबाग में 200, बिहटा में 100 और भागलपुर के कहलगांव में 90 एकड़ में बियाडा ने औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना थी. जिनसे जमीन ली गयी, उन किसानों को बियाडा ने करीब 200 करोड़ का भुगतान भी किया. इसके एवज में बियाडा ने उद्यमियों को जमीन भी आवंटित कर दी.
उद्यमी जब यूनिट की स्थापना के लिए गये तो स्थानीय लोगों का उन्हें विरोध झेलना पड़ा. बियाडा को स्थानीय प्रशासन का अपेक्षित सहयोग नहीं मिला. नतीजा बियाडा को आवंटन रद्द कर राशि वापस करनी पड़ी. बियाडा के आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि आज की तारीख में राशि की वैल्यू निकाली जाये तो हजार करोड़ से कम नहीं होगी. इस पर न तो बियाडा के अधिकारी कुछ बोलने को तैयार हैं और न ही उद्योग विभाग के कोई अधिकारी.