रेलवे ग्रुप डी परीक्षा परिणाम पर रेलवे ने दी सफाई, कहा- अभ्यर्थी को आ सकते हैं अधिकतम 126.13 अंक, …जानें पूरी बात?
पटना : रेलवे भर्ती बोर्ड के ग्रुप डी परीक्षा का परिणाम आने के बाद गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि प्राप्तांकों में बड़ी हेरफेर की गयी है.वहीं, रेल मंत्रालय ने कहा है कि रेलवे भर्ती बोर्ड के लेवल-1 परीक्षा परिणामों के बारे में […]
पटना : रेलवे भर्ती बोर्ड के ग्रुप डी परीक्षा का परिणाम आने के बाद गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि प्राप्तांकों में बड़ी हेरफेर की गयी है.वहीं, रेल मंत्रालय ने कहा है कि रेलवे भर्ती बोर्ड के लेवल-1 परीक्षा परिणामों के बारे में गलत सूचना फैलायी जा रही है. रेलवे ने सफाई देते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल मार्कशीट से छेड़छाड़ हुई है. रेलवे ने अपील की है कि वे किसी भी तरह से भ्रमित ना हो. भारतीय रेलवे भर्ती प्रणाली पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी है. साथ ही कहा है कि लेवल-1 कंप्यूटर आधारित परीक्षा में किसी उम्मीदवार का अधिकतम सामान्यीकृत अंक 126.13 है. इससे अधिक कोई भी अंक पूरी तरह मनगढ़ंत है.
रेलवे ने दी सफाई, कहा-
रेलवे ने कहा है कि रेलवे भर्ती बोर्ड के ग्रुप डी यानी लेवल-1 परीक्षा परिणामों के लिए परीक्षा परिणाम तैयार करने की कोई नयी प्रणाली लागू नहीं की गयी केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचना के अनुसार उम्मीदवार द्वारा प्राप्त किये गये अंक सामान्यीकरण के अधीन हैं. सामान्यीकरण पर उम्मीदवार के प्राप्तांक परीक्षा पत्र के कुल अंकों से अधिक हो सकते हैं. सामान्यीकरण प्रणाली का परिपालन लगभग 19 वर्षों से यानी वर्ष 2000 से किया जा रहा है.
SOME FACTS AGAINST MISINFORMATION BEING CIRCULATED, IN MEDIA, ON THE METHODOLOGY OF MARKING SYSTEM FOR LEVEL 1 SELECTION TEST CONDUCTED BY INDIAN RAILWAYS. pic.twitter.com/qefxyL0g1i
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) March 6, 2019
केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचना फरवरी 2018 के पैरा 7 के अंतर्गत ‘महत्वपूर्ण निर्देश’ शीर्षक में यह कहा गया है कि उम्मीदवारा द्वारा प्राप्त किये गये अंक सामान्यीकरण के अधीन होंगे. वर्ष 2000 से आयोजित रेलवे भर्ती बोर्ड की सभी परीक्षाओं कंप्यूटर आधारित परीक्षा में यह सामान्यीकरण प्रणाली अपनायी गयी है. यह कोई असामान्य बात नहीं कि सामान्यीकरण पर उम्मीदवार द्वारा प्राप्त अंक परीक्षा पत्र के कुल अंकों से अधिक हो सकते हैं. परीक्षा परिणामों में कोई असामान्यता नहीं है, क्योंकि उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त असंपूर्ण अंक (रॉ स्कोर) उनकी सामान्यीकृत अंकों के निर्धारण में महत्वपूर्ण निर्धारक होते हैं. लेवल-1 कंप्यूटर आधारित परीक्षा में किसी उम्मीदवार का अधिकतम सामान्यीकृत अंक 126.13 है. इससे अधिक कोई भी अंक पूरी तरह मनगढ़ंत है.
अगले दो वर्षों में 2.3 लाख और भर्ती करेगा रेलवे
साथ ही रेलवे ने बताया है कि 1.5 लाख नौकरियों के अतिरिक्त रेलवे अगले दो वर्षों में 2.3 लाख और लोगों की भर्ती करेगा. जारी प्रक्रिया के साथ कुल मिलाकर भारतीय रेलवे द्वारा चार लाख नौकरियां दी जायेंगी.
अभ्यर्थियों ने प्राप्तांकों में हेरफेर का लगाया था आरोप
रेलवे ग्रुप डी के घोषित परीक्षा प्राप्तांकों को लेकर अभ्यर्थियों ने हेरफेर किये जाने का आरोप लगाया है. प्रदर्शन कर रहे छात्र दीपांकर गौरव ने बताया कि वर्षों बाद रेलवे में रिक्तियां निकली थी, जिसमें करोड़ों अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा था. प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी किया गया तो, उसमें व्यापक अनियमितता सामने आयी है. परीक्षा 100 नंबर की ली गयी थी, जब परिणाम आया, तो कई छात्रों को 100 से अधिक मार्क्स मिले थे. रजिस्ट्रेशन नंबर 172111087020309 जन्मतिथि 02/05/1991 नाम रविंद्र कुमार को 100 में 109.24 अंक प्राप्त हुआ है. इसी प्रकार रेजिस्ट्रेशन नंबर 2681104448 जन्मतिथि 27/01/1996 (पटना बोर्ड) को 101.02 मार्क्स प्राप्त हुआ है, जो हास्यप्रद है. इस तरह के काफी मामले हैं. प्राप्तांकों में बड़ी हेर फेर की गयी है.