पटना : अब चुनाव बाद ही ओडीएफ व वेरिफिकेशन का काम
अभी बनाने हैं 70 हजार से अधिक शौचालय पटना : जिले में जैसे ही आदर्श आचार संहिता लागू होता है. इस दौरान कई विकास योजनाओं की रफ्तार सुस्त पड़ेगी. इसमें सबसे बड़ा मामला जिले को खुले में शौच मुक्त यानी ओडीएफ करने का है. आचार संहिता के लागू होने के बाद अब नये प्रखंडों या […]
अभी बनाने हैं 70 हजार से अधिक शौचालय
पटना : जिले में जैसे ही आदर्श आचार संहिता लागू होता है. इस दौरान कई विकास योजनाओं की रफ्तार सुस्त पड़ेगी. इसमें सबसे बड़ा मामला जिले को खुले में शौच मुक्त यानी ओडीएफ करने का है. आचार संहिता के लागू होने के बाद अब नये प्रखंडों या वार्डों को ओडीएफ करने का काम नहीं किया जायेगा.
इसके अलावा लोकल स्तर पर पहले से ओडीएफ घोषित किये क्षेत्र में जिला स्तर पर वेरिफिकेशन करने की रफ्तार में भी सुस्ती आयेगी. जानकारी के अनुसार अभी जिले में विभिन्न प्रखंडों में 70 हजार से अधिक व्यक्तिगत शौचालय निर्माण का काम बाकी है. गौरतलब है कि जिले को पहले बीते वर्ष 31 दिसंबर तक ओडीएफ करने का लक्ष्य रखा गया था. इसके बाद अब 31 मार्च का लक्ष्य रखा गया है.
14 प्रखंडों में 10 फीसदी से अधिक निर्माण बाकी : जिले के 14 प्रखंडों में शौचालय निर्माण पूरा होने में दस फीसदी से अधिक काम बाकी रह गये हैं. इसमें पुनपुन में पांच हजार छह सौ एक, नौबतपुर में छह हजार नौ सौ दो, धनरूआ में छह हजार आठ सौ 63, घोसवरी में एक हजार सात सौ 22, पालीगंज में आठ हजार चार सौ 16, फतुहां में दो हजार आठ सौ 16, पटना सदर में दो हजार छह सौ 88, बिक्रम में तीन हजार छह सौ 58,दानापुर में तीन हजार दो सौ 34, मसौढ़ी में चार हजार दो सौ 66, संपतचक में दो हजार दो सौ 41, बिहटा में पांच हजार एक सौ 93, दुल्हिन बाजार में दो हजार तीन सौ 73 और बेलछी में एक हजार दौ सौ 93 शौचालय का निर्माण बाकी है. वहीं मनेर, बख्तियारपुर, दनियावां, पंडारक और फुलवारी शरीफ में पांच से दस फीसदी निर्माण फाइनल होने बाकी है. कुल मिला कर मसला है कि आखिर मार्च तक जिले को कैसे ओडीएफ घोषित किया जायेगा.