पटना : मैट्रिक की कॉपियों के मूल्यांकन का डाटा फीड करने के लिए नहीं आये कंप्यूटर ऑपरेटर
शुरू हुआ मैट्रिक का मूल्यांकन, 20 फीसदी परीक्षक कम आये पटना : मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन प्रारंभ हो गया. पहले दिन अपेक्षाकृत कम परीक्षक केंद्रों पर पहुंचे हैं. डाटा फीड करने के लिए ऑपरेटर भी कम पहुंचे. जानकारों के मुताबिक औसतन 20 फीसदी परीक्षक कम आये. हालांकि आधिकारिक सूत्राें का कहना है कि इससे […]
शुरू हुआ मैट्रिक का मूल्यांकन, 20 फीसदी परीक्षक कम आये
पटना : मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन प्रारंभ हो गया. पहले दिन अपेक्षाकृत कम परीक्षक केंद्रों पर पहुंचे हैं. डाटा फीड करने के लिए ऑपरेटर भी कम पहुंचे. जानकारों के मुताबिक औसतन 20 फीसदी परीक्षक कम आये. हालांकि आधिकारिक सूत्राें का कहना है कि इससे मूल्यांकन कार्य पर ज्यादा असर नहीं पड़ा. आधिकारिक तौर पर कहा जा रहा है कि अगले दिन से समुचित मूल्यांकनकर्ता केंद्रों पर पहुंच जायेंगे.
हालांकि मूल्यांकन कार्य की प्रक्रिया में सबसे बड़ी बाधा कंप्यूटर ऑपरेटर का अभाव बना. दरअसल शहर के मूल्यांकन केंद्रों पर न समुचित कंप्यूटर पहुंचे और न डाटा फीड करने के लिए ऑपरेटर पहुंचे. कई केंद्रों पर डाटा फीड नहीं हाे सका. इस मामले में छानबीन करने पर पता चला कि डीइओ ऑफिस से कह दिया गया है कि मूल्यांकन केंद्र प्रभारी खुद डाटा ऑपरेटर का प्रबंध करें. जबकि बीते रोज तक इसकी जिम्मेदारी डीइओ कार्यालय की थी. अचानक कंप्यूटर ऑपरेटर का प्रबंध कई केंद्रों पर नहीं किया जा सका.
ऐसे केंद्र जहां मूल्यांकन कार्य के बाद डाटा फीड नहीं किया जा सका, उसमें शास्त्रीनगर स्थित राजकीय बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय भी शामिल रहा. गौरतलब है कि प्रत्येक केंद्र पर मूल्यांकन डाटा को फीड करने के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर का प्रबंध करना था, ताकि समय से रिजल्ट जारी किया जा सके.
पटना : सीबीएसइ में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जीरो एरर सिद्धांत पर किया जायेगा. बोर्ड ने इसके लिए खास ब्लूप्रिंट तैयार किया है. इस रणनीति के तहत सीबीएसइ ने अपने से संबद्ध सभी स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देशित किया है कि 10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए पहले से चिह्नित शिक्षकों को तत्काल रिलीव कर दें.
सीबीएसइ की चेयरपर्सन अनीता करवल ने सभी प्राचार्यों को लिखा है कि ऐसे शिक्षकों को इस कार्य के लिए नामित या रिलीव न करें जो बोर्ड की तरफ से तय बायलॉज के नियमों पर खरे नहीं उतरते. अगर ऐसा होता है तो उन स्कूलों पर जुर्माना और दूसरी सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. स्कूलों को शिक्षकों को रिलीव करने का आधिकारिक पत्र आठ मार्च को जारी किया गया है.
हिंदी के लंबे पेपर ने किया परेशान: शनिवार को सीबीएसइ 12वीं की परीक्षा में हिंदी विषय का पेपर हुआ. अधिकतर परीक्षार्थियों ने पेपर को सरल तो बताया, लेकिन कहा कि लंबा होने की वजह से काफी कठिनाई आयी.
अधिकतर छात्रों का कहना था कि समय कम होने की वजह से वे दो-चार नंबर के सवाल छोड़ने के लिए विवश हुए. हालांकि कुछ छात्रों का कहना था कि पेपर का ए और बी सेक्शन अपेक्षाकृत कठिन रहा. अधिकतर परीक्षार्थियों ने अच्छे नंबर आने की उम्मीद जतायी है. कोई भी पेपर आउट ऑफ सिलेबस नहीं रहा