Lok Sabha Election 2019 : RLSP के 11 साथियों ने छोड़ा साथ, बोले- कुशवाहा ने नौ करोड़ में बेच दिये टिकट, दिखाये कागजात
पटना : राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ कर पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि के समर्थन में आ गये हैं. शहीद जगदेव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया. इसमें नागमणि ने रालोसपा छोड़ कर साथ आये नेताओं का स्वागत किया. उन्होंने रालोसपा के 11 पार्टी पदाधिकारियों के […]
पटना : राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ कर पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि के समर्थन में आ गये हैं. शहीद जगदेव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया. इसमें नागमणि ने रालोसपा छोड़ कर साथ आये नेताओं का स्वागत किया. उन्होंने रालोसपा के 11 पार्टी पदाधिकारियों के पार्टी छोड़ने की बात कही. साथ ही पार्टी छोड़ कर आये नेताओं नेरालोसपा छोड़ने का औपचारिक एलान करते हुए नागमणि का साथ देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में अपनी आस्था जतायी.
प्रदीप मिश्रा ने उपेंद्र कुशवाहा पर नौ करोड़ लेकर टिकट बेचने का लगाया आरोप
नागमणि और प्रदीप मिश्रा ने रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर करोड़ों रुपये लेकर सीट बेचने का आरोप लगाया. नेताओं ने कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर पहले ही मोतिहारी की सीट को नौ करोड़ में माधव आनंद को बेच दिया. प्रदीप मिश्रा ने बताया कि कुशवाहा के स्टेट बैंक के खाते में मैंने 45- 45 लाख रुपये दो बार अपने एकाउंट से डाले हैं. मुझसे उपेंद्र कुशवाहा ने मोतिहारी सीट के लिए 10 करोड़ रुपये लिये थे. लेकिन, पैसा लेने के बावजूद उन्होंने माधव आनंद को टिकट बेच दिया. प्रदीप मिश्रा ने उपेंद्र कुशवाहा के दिल्ली के स्टेट बैंक की पार्लियामेंट शाखा स्थित कुशवाहा के खाते में पैसा जमा करने के कागजात भी दिखाये.
नागमणि ने उपेंद्र कुशवाहा पर बोला हमला
नागमणि ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा ने जिस तरह से शहीद जगदेव बाबू को अपमानित करने का काम किया है, उसे बिहार खासकर कुशवाहा समाज बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार हमने कुशवाहा समाज को बिहार में एकजुट किया था. लेकिन, उपेंद्र कुशवाहा ने कुशवाहा समाज की एकजुटता को चकनाचूर कर दिया. उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा पर बिहार के युवाओं के सपने तोड़ने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री भगवान कुशवाहा को पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया. साथ ही सांसद अरुण कुमार को अध्यक्ष पद से हटा कर पार्टी से दरकिनार किया गया. पार्टी के विधायक ललन पासवान, सुधांशु शेखर और एमएलसी संजीव श्याम को अपमानित करके पार्टी छोड़ने पर मजबूर किया गया. मालूम हो कि राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी से अलग हो चुके पूर्व मंत्री नागमणि ने ट्विट कर पार्टी में फूट के संकेत दे दिये थे. उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा था कि रालोसपा के 80 फीसदी नेता विद्रोह कर त्यागपत्र देंगे.
रालोसपा के राष्ट्रीय और प्रदेश कमेटी के अधिकारियों ने छोड़ी पार्टी
जानकारी के मुताबिक, रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रदीप मिश्र, राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रो अभ्यानंद सुमन पटेल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संतोष कुमार प्रसाद, राष्ट्रीय महासचिव राजीव जायसवाल, राष्ट्रीय महासचिव क्रांति प्रकाश, प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता सत्येंद्र कुमार, मनोरंजन कुशवाहा और संजीत कुमार सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष अमरेंद्र वर्मा, महिला सेल की प्रदेश उपाध्यक्ष मनीषा शर्मा और अल्पसंख्यक सेल के प्रदेश अध्यक्ष चुन्ने खां ने पार्टी छोड़ने का औपचारिक एलान किया.