पटना/नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव के लिएआयोग द्वारा तारीखों का एलानकियेजाने के बाद भी अब तक सीट शेयरिंग के मुद्दे पर महागठबंधन में पेंच फंसा हुआ दिख रहा है. महागठबंधन में शामिल घटक दलों के प्रमुख नेताओं की ओर से इस मामले पर लगातार सियासी बयानबाजी का सिलसिला जारी है. इन सबके बीच महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पटना में बात नहीं बनने के बाद अब दिल्ली में इस मामले पर अंतिम निर्णय लिये जाने की चर्चा है. ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि दिल्ली में महागठबंधन के प्रमुख नेताओं की कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात हो सकती है.
इससे पहले बिहार में महागठबंधन की घटक कांग्रेस के भी सभी नेताओं को आलाकमान ने दिल्ली तलब किया है. गौर हो कि पहले चरण के चुनाव में एक महीने से भी कम समय रह गया है, लेकिन महागठबंधन में ना ही सीटों का बंटवारा हो सका है औरना ही ये फैसला हो पाया है कि किस पार्टी का कौन सा उम्मीदवार कहां से चुनाव लड़ेगा.
ऐसे में सीटों के बंटवारेपरअंतिमफैसला लेने के लिए अब महागठबंधन के सभी नेता दिल्ली जा रहे हैं जहां सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला लिये जाने की चर्चा है. बताया जा रहा है कि सीट बंटवारे पर दिल्ली मेंहोने वाली महागठबंधन केप्रमुख नेताकीइसअहम बैठक में आपसी टकराव को खत्म करने की कोशिश होगी और सीटों के बंटवारे पर अंतिम रूप से निर्णय लिया जायेगा.
जानकारी के मुताबिक महागठबंधन में शामिल राजद, रालोसपा, हम, कांग्रेस के नेता दिल्ली में बैठेंगे. इसबैठकमें तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी के साथ-साथ मुकेश सहनीके भी शामिलहोने कीचर्चा हैं. कयास लगाया जा रहा है किये सभी नेता राहुल गांधी से भी मुलाकात करेंगे.
इन सबके बीच मीडियारिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बतायाजारहाहैकि कांग्रेस बिहार में 15 सीटें चाह रही है, लेकिन राजद किसी भी सूरत में कांग्रेस को 10-12 सीटें ही देना चाह रही है. कांग्रेस के साथ-साथ रालोसपा, मांझी और मुकेश सहनी भी राजद पर सीटों के बंटवारे को लेकर लगातार दबाव बनाये हुए हैं.