पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और महागठबंधन के घटक दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर के प्रमुख जीतन राम मांझी ने बुधवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष के महागठबंधन को बहुमत मिलने की स्थिति में वह व्यक्तिगत तौर पर प्रधानमंत्री पद के लिये राहुल गांधी की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं.
जीतनराम मांझी ने उन खबरों को खारिज किया कि महागठबंधन में बिहार की कुल 40 सीटों के बंटवारे में उनकी पार्टी को सिर्फ एक या दो सीटें ही मिलेंगी. सीट बंटवारे के मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिये महागठबंधन के घटक दलों के बीच नयी दिल्ली में बैठक होनी है. बैठक में शामिल होने के लिये नयी दिल्ली रवाना होने से पहले मांझी ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव से पहले ही राजग यह घोषणा कर चुका है कि नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री पद का चेहरा होंगे और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जायेगा.’
मांझी ने कहा कि महागठबंधन में ऐसे किसी नाम की घोषणा नहीं की गयी है क्योंकि आम सहमति यही बनी है कि चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का चयन होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जहां तक उनका अपना व्यक्तिगत मामला है तो चुनाव बाद महागठबंधन की सरकार बनने पर वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर राहुल गांधी का समर्थन करेंगे.
उन्होंने कहा कि महागठबंधन के घटक दल जब साथ बैठेंगे तो सीटों के बारे में विचार-विमर्श होगा, साथ ही यह भी जानने का प्रयास होगा कि कहां से कौन-कौन उम्मीदवार होगा और चाहे वह किसी भी घटक दल से हो, आपसी विचार-विमर्श के बाद ही उम्मीदवारों का नाम तय किया जायेगा.
ऐसी खबरें हैं कि महागठबंधन में शामिल राजद बिहार में 17 सीटों, कांग्रेस 13, रालोसपा तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी और मुकेश सहनी के दल वीआईपी को दो सीटें तथा हम सेक्युलर को एक सीट दी जायेगी. इस बारे में पूछे जाने पर मांझी ने कहा कि इसका वास्तविकता से कोई सरोकार नहीं है. वास्तविकता 14 मार्च को सामने आ जायेगी.
मांझी ने कहा, राजद और कांग्रेस को छोड़कर हम सेक्युलर को बाकी दोनों अन्य घटक दलों से कम सीट मिलना क्या स्वीकार्य होगा, यह पूछे जाने पर मांझी ने कहा, ‘‘यह आपसी सहमति का फाॅर्मूला है. अगर ऐसी स्थिति आती है तो हम चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन महागठबंधन का समर्थन करेंगे और हर हाल में राजग को हराने का प्रयास करेंगे.’
उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस को छोड़कर महागठबंधन के अन्य घटक दलों से हमें एक सीट अधिक मिलनी चाहिए क्योंकि हम महागठबंधन के पुराने साथी हैं. यह पूछे जाने पर कि इस बार के लोकसभा चुनाव में क्या वह खुद या उनके परिवार के अन्य सदस्य भी उम्मीदवार होंगे और उनकी पार्टी की ओर से कुल कितने उम्मीदवार होंगे, इस पर मांझी ने कहा कि ये सारी बातें बैठक के दौरान तय होंगी. महागठबंधन की समन्वय समिति बनने पर स्टार प्रचारकों के चुनाव लड़ने के बारे में निर्णय होगा.