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पटना : घोषणापत्र पर पार्टियां एकमत नहीं, प्रदेश में एनडीए और यूपीए के बीच आमने-सामने का मुकाबला
बिहार इस बार लोकसभा चुनाव में एनडीए और यूपीए के बीच आमने-सामने का मुकाबला होने वाला है. चुनावी समर में उतरने के लिए सभी दल तैयार है, पर अब तक किसी भी दल का चुनाव घोषणा पत्र तैयार नहीं हो पाया है. हालांकि, सभी दलों की ओर से इसकी तैयारी अंतिम चरण में है. एनडीए […]
बिहार इस बार लोकसभा चुनाव में एनडीए और यूपीए के बीच आमने-सामने का मुकाबला होने वाला है. चुनावी समर में उतरने के लिए सभी दल तैयार है, पर अब तक किसी भी दल का चुनाव घोषणा पत्र तैयार नहीं हो पाया है.
हालांकि, सभी दलों की ओर से इसकी तैयारी अंतिम चरण में है. एनडीए के भीतर जदयू, भाजपा और लोजपा अपना अलग-अलग घोषणा पत्र जारी करेगी. चुनाव घोषणा पत्र के लिए भाजपा की एक पूरी टीम लगी है. पार्टी ने दावा किया है कि आम लोगों से मिली सुझावों को वह संकल्प पत्र के नाम से घोषणा पत्र जारी करेगी.
जदयू की ओर से भी घोषणा पत्र तैयार करने को अंतिम रूप दिया जा रहा है. घोषणा पत्र में पार्टी अपने भावी कार्यक्रम को रखेगी. लोजपा ने भी अपना अलग घोषणा पत्र तैयार करने की बात कही है. कांग्रेस ने चुनाव मेनिफेस्टो कमेटि गठित कर रखा है. सीट की घोषणा के बाद इसको अंतिम रूप दिया जायेगा. छोटी-छोटी पार्टियां भी मेनिफेस्टो को लेकर सक्रिय है.
संकल्प पत्र के नाम से होगा भाजपा का घोषणा पत्र
पटना : भाजपा ने इस बार अपने घोषणा पत्र का नाम संकल्प पत्र रखा है. इसे अंतिम रूप देने के लिए पार्टी की नई दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में लगातार बैठकें चल रही हैं. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में गठित कमेटी इसे अंतिम रूप देने में लगी हुई है.
इस बार के संकल्प या घोषणा पत्र में बिहार के साढ़े चार लाख से ज्यादा लोगों के सुझावों का मर्म इसमें समाहित होगा. भाजपा ने इसके लिए करीब 22 दिनों तक विशेष अभियान चलाया था, जिसके अंतर्गत सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में घूम-घूम कर आम लोगों से सुझाव एकत्र किये गये थे. क्षेत्रों में घूमने के लिए 21 रथ बनाये गये थे. इसके अलावा राज्य में करीब 125 सार्वजनिक स्थानों पर बक्सा रखे गये थे, जिसमें लोग अपने लिखित सुझाव को जमा कर सकते थे.
इस तरह की तमाम कसरत के बाद आम लोगों का सुझाव प्राप्त हुआ है, जिसके आधार पर पार्टी अपना घोषणा पत्र तैयार करेगी. पार्टी का मानना है कि उसके इस संकल्प-पत्र में जितनी बातें कही जायेंगी, उन सभी को पार्टी अगर सरकार बना पायी, तो पूरा करेगी और जनता को अपने किये कार्यों का पूरा हिसाब भी देगी.
पटना : महागठबंधन का हो सकता है साझा दृष्टिपत्र
पटना : महागठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला सुलझ जाने के बाद महागठबंधन के सभी दल चुनाव घोषणापत्र पत्र पर औपचारिक चर्चा करेंगे. महागठबंधन में इस बात पर भी मंथन चल रहा है कि अलग- अलग घोषणापत्र की जगह साझा दृष्टिपत्र जारी किया जाये.
सभी दल अपनी बात रखेंगे और उसके बाद सभी को मिलाकर दृष्टिपत्र तैयार किया जायेगा. नई दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन के नेताओं की अंतिम की बात चल रही है. बुधवार को महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई है. इसमें राजद, कांग्रेस और हम के नेता शामिल हुए. इन नेताओं की राहुलगांधी से भी मुलाकात होनी है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में सीट शेयरिंग के अलावा चुनाव घोषणापत्र , प्रचार की रणनीति और बड़े नेताओं की संयुक्त रैली सहित कई मुद्दों पर बात हुई. इस बैठक में भी साझा दृष्टिपत्र को लेकर चर्चा हुई लेकिन अभी अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है. इधर, राजद में अनौपचारिक तौरपर चुनाव घोषणापत्र को लेकर तैयारी शुरू हो गयी है.
हम का अलग होगा चुनाव घोषणापत्र
पटना : हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा का महागठबंधन के चुनावी घोषणा पत्र से अलग घोषणा पत्र होगा. पार्टी ने अपनी चुनावी घोषणा पत्र तैयार कर रखा है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की सहमति मिलने के बाद जारी होगा. दिल्ली में पार्टी की संसदीय दल की बैठक से लौट कर आने के बाद मांझी इसे जारी करेंगे. पार्टी सूत्रों के अनुसार महागठबंधन का एक मिनिमम कॉमन प्रोग्राम का घोषणापत्र होगा.
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