जानें कैसे सेहतमंद होगी किडनी
आनंद तिवारी सरकारी अस्पतालों में नहीं हैं विशेषज्ञ पटना : आज विश्व किडनी दिवस है, इसको लेकर शहर के सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में जागरूकता कार्यक्रम व जांच आयोजित किये गये हैं. लेकिन जहां तक मरीजों के इलाज का सवाल है, तो किडनी रोग के लिए राजधानी में कोई विशेष सुविधा नहीं है. हालात […]
आनंद तिवारी
सरकारी अस्पतालों में नहीं हैं विशेषज्ञ
पटना : आज विश्व किडनी दिवस है, इसको लेकर शहर के सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में जागरूकता कार्यक्रम व जांच आयोजित किये गये हैं. लेकिन जहां तक मरीजों के इलाज का सवाल है, तो किडनी रोग के लिए राजधानी में कोई विशेष सुविधा नहीं है. हालात ऐसे हैं कि शहर के चार बड़े अस्पताल मसलन, पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एम्स और एनएमसीएच सहित पांच छोटे सरकारी अस्पतालों में किडनी रोग इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या प्रतिदिन लगभग 150 से ऊपर है. वहीं दूसरी तरफ शहर में आइजीआइएमएस, पीएमसीएच और एम्स में कुल पांच नेफ्रोलॉजिस्ट विशेषज्ञ हैं, अन्य अस्पतालों में कोई विशेषज्ञ नहीं हैं. पीएमसीएच व आइजीआइएमएस में मरीजों की संख्या सबसे अधिक होती है. लेकिन दोनों अस्पतालों में मिला कर सिर्फ चार नेफ्रोलॉजी के डॉक्टर ही हैं.
इनमें दो सीनियर व दो जूनियर हैं. एम्स में एक विशेषज्ञ डॉक्टर हैं. दूसरी तरफ आइजीआइएमएस में 50 से 60 रोजाना किडनी के मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. यही स्थिति पीएमसीएच की भी है. पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ रामजी सिंह ने कहा कि नेफ्रोलॉजी सहित कई विभागों में सीनियर डॉक्टरों की संख्या बढ़ायी जायेगी. सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण शुरू होने के बाद किडनी ट्रांसप्लांट भी होंगे.
निजी अस्पताल के भरोसे
किडनी रोग के लक्षण
सूजन आना
पेशाब कम या ज्यादा होना
पेशाब में खून आना
पेशाब रुक-रुक कर आना
बार-बार उलटी होना
आंख की रोशनी कम होना