पटना : छोटी पार्टियों का पहले लोकसभा चुनाव में भी रहा था बोलबाला
प्रमोद झा पटना : भारत की आजादी के पांच साल बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में संयुक्त बिहार( बिहार व झारखंड) में क्षेत्रीय पार्टियों का भी बोलबाला रहा. चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों से अलग क्षेत्रीय पार्टियां भी अपना स्थान बनाने में सफल रही. पहले लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियों ने छह सीटों पर जीत हासिल […]
प्रमोद झा
पटना : भारत की आजादी के पांच साल बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में संयुक्त बिहार( बिहार व झारखंड) में क्षेत्रीय पार्टियों का भी बोलबाला रहा.
चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों से अलग क्षेत्रीय पार्टियां भी अपना स्थान बनाने में सफल रही. पहले लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियों ने छह सीटों पर जीत हासिल की थी. क्षेत्रीय पार्टियों में छोटा नागपुर संथाल परगना जनता पार्टी को एक, झारखंड पार्टी को तीन व लोक सेवक संघ के दो उम्मीदवार को जीत मिली थी.
निर्दलीय उम्मीदवार एक जगह पर अपनी जगह बनाने में कामयाब हुये थे. चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों में कांग्रेस को 45 व जयप्रकाश नारायण की सोशलिस्ट पार्टी को तीन सीटों पर सफलता मिली थी. पहला लोकसभा चुनाव अक्तूबर 1951 से शुरू होकर फरवरी 1952 में संपन्न हुआ था. चुनाव संपन्न कराने में पांच माह लगा था.
क्षेत्रीय पार्टियों ने उतारे उम्मीदवार
पहले लोकसभा चुनाव में संयुक्त बिहार में राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा क्षेत्रीय पार्टियों ने अपने उम्मीदवार खड़ा किये थे. क्षेत्रीय पार्टियों में छोटा नागपुर संथाल परगना जनता पार्टी ने छह, झारखंड पार्टी ने सात,लोक सेवक संघ ने चार व ऑल इंडिया युनाइटेड किसान सभा ने दो उम्मीदवार मैदान में खड़ा किये थे.
राष्ट्रीय पार्टियों में भारतीय जन संघ ने दो,सीपीआइ ने दो, फॉरवर्ड ब्लॉक (मार्क्सशिस्ट ग्रुप ) ने छह, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने एक, कांग्रेस 54, आचार्य जे बी कृपलानी की किसान मजदूर प्रजा पार्टी ने 15, अखिल भारतीय राम राज्य परिषद ने तीन, सोशलिष्ट पार्टी ने 47 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे.
49 निर्दलीयों ने भी भाग्य आजमाये थे. क्षेत्रीय पार्टियों में छोटा नागपुर संथाल परगना जनता पार्टी को कुल 236094, झारखंड पार्टी को कुल 749702, ,लोक सेवक संघ को 309940 व ऑल इंडिया युनाइटेड किसान सभा को कुल 60254 वोटरों का समर्थन मिला था.
सबसे अधिक कांग्रेस को 4573058, सोशलिस्ट पार्टी को 2126066, निर्दलीय उम्मीदवारों को 1306660, किसान मजदूर प्रजा पार्टी को 318760, अखिल भारतीय राम राज्य परिषद को 80161,भारतीय जन संघ को 39939, सीपीआइ को 39272, फॉरवर्ड ब्लॉक (मार्क्सशिस्ट ग्रुप ) को 133320, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के एक मात्र उम्मीदवार को 19225 वोट मिला था.