सहयोगी दलों पर निशाना साधते हुए बोले तेजस्वी, संविधान और देश पर अभूतपूर्व संकट, लालू यादव का हवाला देते हुए कहा…

पटना : राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को ट्वीट कर सहयोगी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान और देश पर अभूतपूर्व संकट है. अगर अबकी बार विपक्ष से कोई रणनीतिक चुक हुई, तो फिर देश में आम चुनाव होंगे या नहीं, कोई नहीं जानता? अगर अपनी चंद सीटें बढ़ाने और सहयोगियों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2019 2:04 PM
पटना : राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को ट्वीट कर सहयोगी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान और देश पर अभूतपूर्व संकट है. अगर अबकी बार विपक्ष से कोई रणनीतिक चुक हुई, तो फिर देश में आम चुनाव होंगे या नहीं, कोई नहीं जानता? अगर अपनी चंद सीटें बढ़ाने और सहयोगियों की संख्या घटाने के लिए अहंकार नहीं छोड़ा, तो संविधान में आस्था रखनेवाले न्यायप्रिय देशवासी माफ नहीं करेंगे.

उन्होंने कहा कि भाजपाईयों से संविधान और आरक्षण बचाने के लिए 2015 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी होते हुए भी हमने नीतीश जी को मुख्यमंत्री बनाया. यहां तक कि विधानसभा अध्यक्ष का पद भी उन्हीं को दिया. लेकिन, उन्होंने सृजन घोटाले से बचने के लिए जनादेश का ही चीरहरण कर दिया. साथ ही उन्होंने लालू प्रसाद यादव के वक्तव्य का उदाहरण देते हुए कहा कि वर्ष 2014 में लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि यह चुनाव निर्धारित करेगा कि देश टूटेगा या रहेगा. दंगाई ताकतें इस देश और संविधान को खंडित कर देंगी. उनकी वाणी एक हद तक सही साबित हुई. पिछले पांच वर्षों में संविधान और संवैधानिक संस्थाओं के साथ तानाशाहों ने क्या-क्या खिलवाड़ किया, यह किसी से छिपा नहीं है.

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