पटना : महागठबंधन के घटक दलों के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा अभी तक नहीं होने और इसको लेकर घटक दलों में दिल्ली में जारी बातचीत के बीच भाकपा माले ने सोमवार को कहा कि बिहार में सीटों का बंटवारा दिल्ली में बैठकर संभव नहीं है.
भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने महागठबंधन में सीटों के बंटवारा को लेकर गतिरोध के बारे कहा, ‘‘बिहार में सीटों का बंटवारा दिल्ली में बैठकर संभव नहीं है. आपको जमीन पर स्थिति का आकलन करने और यथार्थवादी निर्णय के लिए यहां राज्य के लोगों के बीच रहना होगा.’ उन्होंने कहा कि वामपंथी दलों का रुख स्पष्ट है. उनका प्राथमिक उद्देश्य राजग को हराना है. इसके लिए महागठबंधन को कम से कम छह सीटें वाम मोर्चे के लिए छोड़नी होगी.
वाम दलों ने पिछले आम चुनाव में राज्य की 40 में से 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था. भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘ हम पहले की तुलना में कम ही सीट पर लड़ने वाले हैं. अब महागठबंधन को फैसला करना है कि वह हमारे साथ चुनावी समझौता चाहता है या नहीं.’ इस बीच भाकपा माले ने आरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से अपने उम्मीदवार की सोमवार को घोषणा करते हुए आइसा के राज्य अध्यक्ष रह चुके राजू यादव को एक बार फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है.
भाकपा माले के कार्यालय सचिव कुमार परवेज ने बताया कि आरा में आयोजित बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य की उपस्थिति में राजू यादव के नाम की घोषणा की गयी. 2014 में राजू यादव आरा लोकसभा से भाकपा माले के उम्मीदवार थे और उन्होंने करीब एक लाख वोट हासिल किये थे. उन्होंने कहा कि सभी छह सीटों पर हमारे उम्मीदवार तय हैं, लेकिन राजद से वार्ता के बाद ही अंतिम निर्णय किया जाएगा. सोमवार देर शाम दोनों पार्टियों की बैठक है.