पोखर में डूबकर पांच वर्षीय बालक की मौत,आगजनी

फुलवारीशरीफ : अगजा की रात पटना एम्स के पास पानी भरे पोखर में पांच वर्षीय बालक के डूब जाने से उसकी मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने पटना एम्स गोलंबर के पास सड़क जाम कर आगजनी करते हुए जमकर हंगामा किया. लोगों के हंगामे को देख नेशनल हाइवे- 98 सोन नहर मार्ग- जानीपुर मार्ग पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2019 5:03 AM

फुलवारीशरीफ : अगजा की रात पटना एम्स के पास पानी भरे पोखर में पांच वर्षीय बालक के डूब जाने से उसकी मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने पटना एम्स गोलंबर के पास सड़क जाम कर आगजनी करते हुए जमकर हंगामा किया.

लोगों के हंगामे को देख नेशनल हाइवे- 98 सोन नहर मार्ग- जानीपुर मार्ग पर वाहन चालकों में अफरा -तफरी मच गयी. हंगामा इस कदर बढ़ा की वाहन चालक पीछे की ओर अपने वाहनों को दौड़ाने लगे. जाम और हो- हंगामा की खबर मिलने पर पहुंची फुलवारीशरीफ पुलिस को गुस्साये लोगों ने खदेड़ दिया .
सड़क पर टायर आदि जलाकर हो हंगामा करने वाले लोग किसी की सुनने के लिए तैयार नही थे. ग्रामीणों का कहना था कि एम्म्स के नजदीक कुछ लोगों ने प्रशासन की मिलीभगत से पुराने पोखर में मिट्टी कटाई करवा दी. इससे बड़ा गहरा पोखर बन गया है .इस पोखर में अबतक तीन बच्चों की डूबकर मौत हो चुकी है.
बावजूद प्रशासन अवैध रूप से मिट्टी कटवाकर बेचने वालों की खिलाफ कोई करवाई नहीं करता है. घंटों बाद डीएसपी संजय पांडेय इंस्पेक्टर कैसर आलम , सीओ कुंदन लाल , बीडीओ जफरूद्दीन और स्थानीय मुखिया के समझाने बुझाने के बाद लोग शांत हुए.
ग्रामीणों की माने तो पुराने पोखर की नीलामी मत्स्य विभाग से जिन लोगों ने ली थी उन्हीं लोगों ने नियमो को ताक पर रखकर अवैध रूप से मिट्टी कटवा कर बेच दिया. इतना ही नही पोखर के कुछ हिस्से को घेरकर कब्जा भी लिया गया .
इसी पोखर भरे पानी में भुसौला दानापुर पोखर पर निवासी जितेंद्र रविदास का पांच वर्षीय बेटा डूब गया. बच्चे को ग्रामीणों ने किसी तरह पोखर से निकाल कर एम्स ले गये जहां चिकिसकों ने उसे मृत घोषित कर दिया . इसके बाद आक्रोशित होकर लोग सड़क पर उतर कर टायर जलाकर आगजनी करते हुए हंगामा करने लगे .
इधर, बच्चे के परिवार में कोहराम मच गया. सड़क पर ही महिलाओं के क्रंदन से लोगों को गुस्सा और भड़क गया | स्थानीय वार्ड सदस्य कपिल ने बताया कि पोखर में अवैध रूप से मिट्टी कटवाकर गड्ढा करवाने की जानकारी काफी पहले ही प्रशासन को दिया गया था कि इस गड्ढे में डूबकर किसी की मौत हो सकती है .
इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इससे पहले विनय राय का बेटा और एक महादलित परिवार का बच्चा भी डूब गया था. वार्ड सदस्य ने डूब कर मरे जितेंद्र रविदास के बेटे के शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराये जाने पर सवाल उठाया है.

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