पटना : होली मना ड्यूटी पर जा रहे थे, ट्रक ने मोटरसाइकिल में मारा धक्का, भागने के क्रम में टेंपो में मारी टक्कर, पांच मरे
पटना सिटी : घर से होली की छुट्टी मना कर लौट रहे थे, सुबह सात बजे से ड्यूटी पकड़नी थी, इसी लिए बख्तियारपुर स्टेशन पर सारनाथ एक्सप्रेस से उतरने के बाद ऑटो पकड़ कर एनटीपीसी जा रहे थे, तभी यह हादसा हो गया. यह कहना है बख्तियारपुर फोरलेन पर हुए टेंपो व ट्रक की टक्कर […]
पटना सिटी : घर से होली की छुट्टी मना कर लौट रहे थे, सुबह सात बजे से ड्यूटी पकड़नी थी, इसी लिए बख्तियारपुर स्टेशन पर सारनाथ एक्सप्रेस से उतरने के बाद ऑटो पकड़ कर एनटीपीसी जा रहे थे, तभी यह हादसा हो गया.
यह कहना है बख्तियारपुर फोरलेन पर हुए टेंपो व ट्रक की टक्कर में जख्मी बीजपुर, सोनभद्र (यूपी) के 28 वर्षीय शेरू सिंह व 23 वर्षीय रमेश कुमार का. घटना को याद कर दोनों बताते हैं कि टेंपो में वे पीछे में बैठ कर सफर कर रहे थे क्योंकि उनको सुबह सात बजे ड्यूटी पकड़नी थी. तभी अचानक यह हादसा हो गया.
वे कुछ समझ नहीं पाये. ऑटो में 15 से 16 लोग सवार थे. रास्ता संकरा होने से यह स्थिति बनी. गढ़वा (झारखंड) निवासी जितेंद्र सिंह बताते हैं कि वे एनटीपीसी में ही ड्यूटी के लिए जा रहे थे. तभी यह हादसा हो गया.
ट्रक ने मोटरसाइकिल के बाद टेंपो में मारा धक्का : सोमवार के अहले सुबह सारनाथ एक्सप्रेस से उतरकर सभी लोग टेंपो पर सवार हो बाढ़ एनटीपीसी के लिए चले. इसी बीच रानीसराय गांव के पास विपरीत दिशा से रहे ट्रक से टेंपो की आमने-सामने की टक्कर हो गयी.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रक ने पहले एक मोटरसाइकिल में धक्का मारा. मोटरसाइकिल में धक्का मारने के बाद बेलगाम गति से भागने के दौरान ट्रक ने टेंपो में धक्का मार दिया. इससे टेंपो में सवार पांच लोगों की मौत हो गयी और 11 गंभीर रूप से जख्मी हो गये. मरनेवालों में मोटरसाइकिल सवार शामिल है अथवा नहीं, यह स्पष्ट नहीं हो सका है.
चिकित्सा में देरी को लेकर लोगों ने किया हंगामा
हादसे के बाद स्थानीय लोग व पुलिस जब घायलों को ले सीएससी पहुंची तो वहां चिकित्सक को नहीं देख लोग भड़क उठे. उपचार में हो रहे विलंब को लेकर लोगों ने अस्पताल परिसर में जहां जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ भी की. मौके पर मौजूद पुलिस के समझाने-बुझाने व चिकित्सक के आनेके बाद इलाज शुरू होने पर लोग शांत हुए.
अस्पताल पहुंचे मरीज, मची अफरा-तफरी
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बेहतर उपचार के लिए अथमलगोला अस्पताल की एंबुलेंस से नौ मरीज व दूसरी एंबुलेंस से तीन मरीज पहुंचे. जख्मियों के पहुंचने के बाद अस्पताल में तैनात चिकित्सक व कर्मी उपचार में जुट गये. कुछ के परिजनों के पहुंचने के बाद वहां थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी की स्थिति भी बनी. जख्मी मरीजों को इमरजेंसी में उपचार के लिए भर्ती किया गया.
इमरजेंसी के रजिस्ट्रार
डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि सभी मरीज खतरे से बाहर हैं. इनका उपचार अस्पताल में चल रहा है
इन लोगों का हो रहा उपचार
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की इमरजेंसी में सुबह साढ़े नौ बजे के बाद से मरीजों के आने का सिलसिला आरंभ हुआ. अस्पताल में जो मरीज उपचार के लिए पहुंचे, उसमें सोनभद्र यूपी के शेरू सिंह व रमेश कुमार, मुंगेर के राजेश गुप्ता, बख्तियारपुर के अजय राय, विशाल कुमार, रोहतास के मनोज पासवान, झारखंड गढ़वा कामची के जितेंद्र सिंह, औरंगाबाद के धनंजय कुमार हैं.
हालांकि जख्मी पटना के अशोक कुमार भी थे, जो प्राथमिक उपचार के उपरांत वहां से चले गये. अस्पताल में पहुंचे परिजनों ने बताया कि शंकर पासवान का उपचार पटना के एक निजी नर्सिंग होम में हो रहा है.
दुर्घटना को लेकर लगा जाम
घटनास्थल पर स्थानीय लोगों का हुजूम इकट्ठा हो जाने तथा ऑटो से मृतकों के साथ ही जख्मियों को निकालने के दरम्यान सड़क पर यातायात करीब डेढ़ घंटे तक अवरुद्ध हो गया. उसके बाद यातायात सुचारु हो सका. वहीं, पुलिस पदाधिकारी के अलावे किसी भी स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारी के वहां नही पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने ऑटो चालक रामबाबू राय के गांव अथमलगोला थाना के रजपुरा गांव के समीप सड़क को जाम कर दिया.
टेंपोचालक के गांव में मातम
एक साथ पांच-पांच लोगों की मौत से जहां इलाके में सन्नाटा पसरा है. टेंपोचालक रामबाबू राय के परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है. उसकी मौत की खबर मिलते ही गांव में मातम पसर गया. अपने एकमात्र कमाऊ बेटे की मौत के बाद उसके पिता उमेश राय व उनके परिवार के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. घर में कोहराम मचा हुआ है.
चालक की मौत से उग्र ग्रामीणों ने लगाया जाम
अथमलगोला. टेंपोचालक रामबाबू राय रजपुरा अथमलगोला निवासी की मौत से उग्र ग्रामीणों ने गांव के पास एनएच- 31 को
जाम रखा. जाम सुबह दस बजे से दोपहर एक बजे तक रहा.इसको लेकर एनएच पर यातायात व्यवस्था चरमरा गयी . अथमलगोला थाना अध्यक्ष उत्तम कुमार दल -बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे व लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामले को शांत कराया. प्रदर्शनकारी चालक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर हंगामा कर रहे थे.