पटना : बेगूसराय लोकसभा सीट से भाकपा उम्मीदवार और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने मंगलवार को ट्वीट कर चुनावी जंग में जनता से एक-एक रुपये सहयोग करने की अपील की है. साथ ही उन्होंने बेगूसराय से एनडीए के प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा है कि ‘मंत्री जी ने ‘बेगूसराय’ को ‘वणक्कम’ कह दिया है.
जानकारी के मुताबिक, कन्हैया कुमार ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा है कि ‘जैसे एक-एक बूंद से घड़ा भरता है, एक-एक ईंट से घर बनता है, वैसे ही आपके एक-एक रुपये के सहयोग से शोषित और वंचित जनता की आवाज संसद तक पहुंचाने की इस साझी लड़ाई को लड़ा जायेगा. देश की जनता जीतेगी, लूट और झूठ का गंठजोड़ हारेगा.’
वहीं, कन्हैया कुमार ने केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार गिरिराज सिंह पर कटाक्ष करते हुए मंगलवार को कहा ‘‘मंत्री जी ने तो कह दिया बेगूसराय को वणक्कम (नमस्कार).’ कन्हैया ने मंगलवार को ट्वीट कर गिरिराज पर तंज कसते हुए कहा ‘बताइए, लोगों को जबरदस्ती पाकिस्तान भेजनेवाले ‘पाकिस्तान टूर एंड ट्रेवेल्स विभाग’ के वीजा-मंत्री जी नवादा से बेगूसराय भेजे जाने पर हर्ट हो गये. मंत्री जी ने तो कह दिया बेगूसराय को ‘वणक्कम’.’
इससे पूर्व कन्हैया ने गिरिराज पर यह कहते हुए चुटकी ली थी ‘बैट्समैन फील्ड पर उतरने को तैयार नहीं है और टीम जीत की खुशी में मिठाइयां खिला रही है. ऐसा सिर्फ भाजपा में हो सकता है. नो लॉजिक, ऑनली मैजिक. लेकिन, बेगूसराय की जनता जानती है कि कौन उसके लिए हर हाल में मैदान में डट कर खड़ा रहेगा.’
गिरिराज सिंह ने बेगूसराय से लोकसभा चुनाव लड़ने पर अनिच्छा जाहिर की है. इस पर उनकी तुलना कन्हैया ने होमवर्क पूरा न करने की स्थिति में स्कूल जाने से मना करनेवाले बच्चे से की है. कन्हैया ने बेगूसराय से भाकपा उम्मीदवार बनाये जाने पर ट्वीट कर कहा था, ‘आम जन की भावना का ध्यान रखते हुए हमारी पार्टी ने देशहित में कट्टरवादी सोच के प्रतिनिधि और केंद्र सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह के ख़िलाफ बेगूसराय से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. यह लड़ाई ‘सच और झूठ’ तथा ‘हक और लूट’ के बीच है. यह लड़ाई ‘कट्टर सोच और युवा जोश’ के बीच है.’
नवादा से निवर्तमान सांसद गिरिराज सिंह को जब भाजपा ने नवादा के बजाये बेगूसराय सीट से उम्मीदवार बनाये जाने का फैसला किया, तो अपनी पार्टी के प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाते और अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए गिरिराज ने कथित तौर पर कहा, ‘मेरी सीट बदली गयी, तो मुझसे एक बार पूछ तो लेना चाहिए था.’ भाजपा नेता गिरिराज पहले दबी जुबान में बेगूसराय से चुनाव लड़ने को लेकर आनाकानी कर रहे थे. फिर बेगूसराय से उम्मीदवार बनाये जाने की घोषणा के बाद अपनी पार्टी की राज्य इकाई नेतृत्व पर प्रश्न उठाते हुए उन्होंने कहा था, ‘बिना मुझे विश्वास में लिए, प्रदेश अध्यक्ष ने जो यह निर्णय लिया, यही मुझे सबसे अधिक दुख और तकलीफ दे रहा है.’
गिरिराज ने एक समाचार एजेंसी से कहा था कि उन्होंने 1996 से बेगूसराय से चुनाव लड़ने की इच्छा के साथ वहां राजनीतिक अपनी सक्रियता बढ़ायी थी. ‘2014 में वहां से मेरी चुनाव लड़ने की बड़ी इच्छा थी. लेकिन, नवादा से पार्टी सांसद रहे भोला सिंह के बेगूसराय से चुनाव लड़ने की इच्छा जताये जाने पर उनके स्थान पर मैंने नवादा से चुनाव लड़ा था.’ राजग में शामिल लोजपा को नवादा सीट दिये जाने के बारे में गिरिराज ने कहा, ‘चिराग जी (लोजपा संसदीय बोर्ड अध्यक्ष) ने यहां तक कह डाला है कि मैंने नवादा सीट स्वयं नहीं ली, बल्कि मेरी झोली में राजग ने डाल दिया है. इससे मुझे और भी पीड़ा हुई.
जैसे एक-एक बूँद से घड़ा भरता है, एक-एक ईंट से घर बनता है, वैसे ही आपके एक-एक रुपये के सहयोग से शोषित और वंचित जनता की आवाज संसद तक पहुँचाने की इस साझी लड़ाई को लड़ा जाएगा। देश की जनता जीतेगी,लूट और झूठ का गठजोड़ हारेगा। सहयोग करने के लिए यह लिंक देखें।https://t.co/40qXzrLXrU
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) March 26, 2019
बताइए, लोगों को ज़बरदस्ती पाकिस्तान भेजने वाले ‘पाकिस्तान टूर एंड ट्रेवेल्स विभाग’ के वीज़ा-मन्त्री जी नवादा से बेगूसराय भेजे जाने पर हर्ट हो गए।
मन्त्री जी ने तो कह दिया “बेगूसराय को वणक्कम” 😝 https://t.co/HKXmu2hXt8
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) March 26, 2019
बैट्समैन फ़ील्ड पर उतरने को तैयार नहीं है और टीम जीत की ख़ुशी में मिठाइयाँ खिला रही है। ऐसा सिर्फ़ भाजपा में हो सकता है। नो लॉजिक, ऑनली मैजिक।
लेकिन बेगूसराय की जनता जानती है कि कौन उसके लिए हर हाल में मैदान में डटकर खड़ा रहेगा। 😊 pic.twitter.com/UV9JTe9bUi
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) March 25, 2019
आम जन की भावना का ध्यान रखते हुए हमारी पार्टी ने देशहित में कट्टरवादी सोच के प्रतिनिधि और केंद्र सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह के ख़िलाफ़ बेगूसराय से चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है। ये लड़ाई ‘सच और झूठ’ तथा ‘हक़ और लूट’ के बीच है। ये लड़ाई 'कट्टर सोच और युवा जोश' के बीच है। pic.twitter.com/i4SyKz6Gxr
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) March 24, 2019