पटना : आइजीआइएमएस में हुआ 50वां सफल किडनी ट्रांसप्लांट, महिला ने किडनी देकर बचायी पति की जान

पटना : मुजफ्फरपुर की 35 वर्षीय महिला हुस्न खातून ने अपने पति असगर अली (41 वर्ष) को किडनी देकर उसकी जान बचायी है. मंगलवार को आइजीआइएमएस (इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) में यूनिट के डॉक्टरों ने दंपती का सफल किडनी ट्रांसप्लांट किया. विगत तीन वर्ष में यह 50वां सफल किडनी ट्रांसप्लांट रहा. अस्पताल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2019 7:55 AM
पटना : मुजफ्फरपुर की 35 वर्षीय महिला हुस्न खातून ने अपने पति असगर अली (41 वर्ष) को किडनी देकर उसकी जान बचायी है. मंगलवार को आइजीआइएमएस (इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) में यूनिट के डॉक्टरों ने दंपती का सफल किडनी ट्रांसप्लांट किया.
विगत तीन वर्ष में यह 50वां सफल किडनी ट्रांसप्लांट रहा. अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि लगातार पांच घंटे चला ऑपरेशन बिल्कुल सफल रहा. फिलहाल दोनों मरीजों को आइसीयू में रखा गया है, जहां उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है.
दवा के प्रभाव से खराब हुई थी किडनी
डॉ मंडल के मुताबिक दवा के साइड इफेक्ट की वजह से मुजफ्फरपुर स्थित लेनिन चौक निवासी असगर अली की दोनों किडनियां खराब हो गयी थीं. पति की जान के खतरे को देखते हुए पत्नी हुस्न खातून ने अपनी एक किडनी देने की पेशकश रखी.
ब्लड सहित अन्य जांच के बाद डॉक्टरों ने ट्रांसप्लांट की सहमति दी. मंगलवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत दोपहर एक बजे ट्रांसप्लांट शुरू हुआ, जो शाम करीब छह बजे तक चला. डोनर पत्नी की किडनी निकालने में डॉ अहसान अहमद व डॉ नीतेश कुमार की टीम, जबकि ट्रांसप्लांट करने वाली टीम में डॉ रोहित उपाध्याय व डॉ खालिद महमूद शामिल रहे. एनेस्थीसिया विभाग का भी सहयोग रहा.
रखी जा रही नजर : चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि डोनर को बुधवार तक स्थिति को देखते हुए जनरल वार्ड में शिफ्ट किया जा सकता है, जबकि किडनी पाने वाले पति को 48 से 72 घंटे तक आइसीयू में ही रहना होगा.

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