एनडीए के एकमात्र नाराज चल रहे उम्मीदवार गिरिराज ने प्रदेश नेतृत्व पर फिर किया हमला, नित्यानंद का बोलने से इन्कार
पटना : केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने अपनी नवादा सीट बदलने को लेकर मंगलवार को भी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय पर निशाना साधा. प्रदेश अध्यक्ष का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व से उन्हें कोई शिकायत नहीं है. शिकायत प्रदेश नेतृत्व से है. समाचार चैनलों पर उनकी नाराजगी […]
पटना : केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने अपनी नवादा सीट बदलने को लेकर मंगलवार को भी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय पर निशाना साधा. प्रदेश अध्यक्ष का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व से उन्हें कोई शिकायत नहीं है. शिकायत प्रदेश नेतृत्व से है. समाचार चैनलों पर उनकी नाराजगी साफ दिखी.
गिरिराज सिंह ने कहा कि बेगूसराय से तो वह 1996 से ही चुनाव लड़ना चाहते थे. पिछली दफा भी उनकी यह इच्छा थी. लेकिन, भोला बाबू के अनुरोध के कारण वह मान गये थे और नवादा से चुनाव लड़ा था और जीता था. लेकिन, इस बार बिना उनकी जानकारी के केंद्रीय मंत्रियों में सिर्फ उनकी ही सीट बदल दी गयी. बेगूसराय से चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने के सवाल उन्होेंने कहा, बेगूसराय से उन्हें लगाव है. वह मेरी जन्मभूमि है.
गंगा नदी के इस पार मेरा गांव और उस पार ससुराल है. अगर ऐसा करना ही था, तो पहले उन्हें कॉन्फिडेंस में लेना चाहिए था. पार्टी का प्रदेश अालाकमान इस बात की सूचना उन्हें देता. लेकिन, बिना इस तरह की किसी सूचना के उनकी सीट बदल दी गयी. राज्य नेतृत्व के स्तर पर ही यह सारा परपंच किया गया है. दूसरी ओर गिरिराज सिंह की नाराजगी के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिसा.
कुरेदे जाने पर उन्होंने मजकिया लहजे में कहा, लोकतंत्र के इस महापर्व में सिर्फ वोट डालिए. वहीं, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मुजफ्फरपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि गिरिराज सिंह पार्टी लाइन से बाहर नहीं जायेंगे. वह पार्टी के साथ ही रहेंगे और पार्टी के निर्णय से अलग नहीं होंगे.
एनडीए के एकमात्र नाराज चल रहे उम्मीदवार गिरिराज
एनडीए में एकमात्र गिरिराज सिंह ही ऐसे उम्मीदवार हैं, जो सीट बदलने से नाराज चल रहे हैं. भाजपा में उनकी नाराजगी को राज्य स्तर के शीर्ष नेता गंभीर नहीं बताते हुए बेगूसराय से ही उनके चुनाव लड़ने और जीतने का दावा भी कर रहे हैं.
हालांकि, बेगूसराय सीट को लेकर गिरिराज सिंह के नाराज होने के बाद एमएलसी रजनीश कुमार सिंह और विवेक ठाकुर इसे नौटंकी बताते हुए माया त्याग कर चुनाव लड़ने की सलाह पहले ही दे चुके हैं. यह माना जा रहा है कि अगर गिरिराज सिंह यहां से चुनाव लड़ने से मना करते हैं, तो रजनीश सिंह वहां से प्रत्याशी हो सकते हैं. खबर यह भी मिल रही है कि वह इस मौके को कैच करने के लिए लिए तैयार भी हैं.
हमने नवादा सीट पर कभी दावा नहीं किया था : पासवान
इधर रामविलास पासवान ने गिरिराज सिंह की नवादा सीट बदलने से नाराज होने के मसले पर कहा कि एनडीए में सीटों के बंटवारे के दौरान सहयोगी दलों की किसी सीटिंग सीट पर कोई दावा नहीं किया गया.
जहां तक नवादा सीट की बात है, तो हमने इसके लिए भी कोई दावा कभी नहीं किया था. उनकी मर्जी से ही यह सीट लोजपा के खाते में दी गयी है और इसके बदले बेगूसराय सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है. उन्होंने दावा किया कि इन तमाम परिस्थितियों के बावजूद नवादा और बेगूसराय दोनों सीटें एनडीए हर हाल में जीतेगा.