पटना : एनआइए और राज्य एटीएस की टीम लगी, स्लीपर सेल और मददगारों की तलाश हो गयी तेज

पटना : पटना स्टेशन के पास से गिरफ्तार जमात-उल-मुजाहिद्दीन के दोनों आतंकियों से सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ लगातार जारी है. इन लोगों ने जिन लोगों की मदद से आतंक का जाल बिछाने की कोशिश की थी. उन सभी लोगों की पहचान और तलाश तेज कर दी गयी है. राज्य एटीएस और एनआइए की संयुक्त रूप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2019 8:57 AM
पटना : पटना स्टेशन के पास से गिरफ्तार जमात-उल-मुजाहिद्दीन के दोनों आतंकियों से सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ लगातार जारी है. इन लोगों ने जिन लोगों की मदद से आतंक का जाल बिछाने की कोशिश की थी.
उन सभी लोगों की पहचान और तलाश तेज कर दी गयी है. राज्य एटीएस और एनआइए की संयुक्त रूप से कार्रवाई इस मामले को लेकर शुरू हो गयी है. गया, पश्चिम बंगाल के नदिया और पटना में जिन लोगों ने इनकी मदद की है, उन लोगों से भी जल्द ही पूछताछ हो सकती है. पटना में स्टेशन के आसपास इन दोनों आतंकियों के ठहरने और खाने वाले तमाम स्थानों से जुड़े कुछ लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा जांच एजेंसी फिलहाल उन लोगों या स्थानों का पता करने में जुटी हुई है, जहां से इन्हें पैसे मिलते थे.
प्राप्त सूचना के अनुसार, पटना में भी इन लोगों को हवाला से दो-तीन बार पैसे मंगवाये थे. इससे संबंधित पूरी जानकारी भी एकत्र की जा रही है. जांच एजेंसियों की एक टीम गया और इसके आसपास के इलाके में भी जांच करने में जुटी हुई है. गया में 11 दिनों के दौरान इन लोगों के संपर्क में जितने लोग आये, उन सभी के बारे में जांच चल रही है. इसमें भी कुछ लोगों से पूछताछ की जा सकती है.
अब तक की जांच में एक महत्वपूर्ण बात यह भी सामने आयी है कि पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में इस आतंकी संगठन मुजाहिद्दीन के कुछ स्लीपर सेल के होने की आशंका है. यहां इनके कुछ स्लीपर सेल हो सकते हैं, जिनका बिहार भी आना-जाना हुआ है. इन स्लीपर सेल की फिलहाल तेजी से तलाश चल रही है. इन लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है.
दो दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर लिये गये आतंकी
पटना : पटन जंक्शन के बाहर से गिरफ्तार किये गये दो बंग्लादेशी आतंकवादियों को पूछताछ के लिए अदालत ने दो दिनों के लिए एटीएस को पुलिस रिमांड पर दिया है.
एटीएस ने बुधवार को प्रभारी अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ओम प्रकाश- द्वितीय के समक्ष सोमवार को दिये गये अपने आवेदन को संचालित किया. जिसके आधार पर अदालत ने पूछताछ की अनुमति दी. विदित हो कि पटना जंक्शन के बाहर से खैरूल मंडल और अब्बुल सुल्तान को गिरफ्तार करने के बाद पेशी के दौरान 15 दिनों के पुलिस रिमांड पर लेने का भी आवेदन दे रखा था. उसी आवेदन के आलोक में सुनवायी की.

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