पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अगर भाजपा लाहौर यात्रा व शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित कर पाकिस्तान से दोस्ती का हाथ बढ़ाना जानती है तो उसे गद्दारों, घोखेबाजों को सबक सिखाना भी आता है. उरी का बदला पाकिस्तान की सीमा में घुस कर और फुलवामा का प्रतिकार एयर स्ट्राइक के जरिये करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को भरोसा दे दिया है कि देश सुरक्षित हाथों में है. देश की जनता वामपंथी उग्रवादियों व जेहादी आतंकियों के हिमायतियों को कभी गद्दी नहीं सौंपेगी.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने लाहौर की बस यात्रा करके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुला कर व उनके पारिवारिक उत्सव में शामिल होकर दोस्ती का हाथ बढ़ाया. मगर घोखेबाज पाकिस्तान ने कारगिल का युद्ध छेड़ कर अटल जी को और पठानकोट, उरी में एयरफोर्स के बेस पर आतंकी हमला कर के नरेंद्र मोदी को धोखा दिया. कारगिल में उसे करारी हार झेलनी पड़ी और उरी के बाद पहली बार पाकिस्तान की सीमा में घुस कर भारतीय सेना ने आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया. फुलवामा हमले का बदला बालाकोट पर एयर स्ट्राइक कर के लेने वाला भारत कुटनीतिक तौर पर भी पाकिस्तान को पूरी दुनिया में अलग-थलग करने में आज सफल रहा है.
सुशील मोदी ने आगे कहा, क्या देश की जनता वापपंथी उग्रवादियों, जेहादी आतंकियों के समर्थकों और पाकिस्तान के सुर में सुर मिला कर सेना की कार्रवाई की सबूत मांगने व वोट बैंक पाॅलिटिक्स के कारण आतंक के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने वालों पर कभी भरोसा करेगी?