पटना : राजद परिवार में मचे घमसाान के बीच नेता तेज प्रताप यादव ने कहा है कि दोनों भाइयों के बीच कोई अनबन नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरा छोटा भाई तेजस्वी यादव ‘चापलूसों’ से घिरा है. उन्होंने ‘चापलूसों’ को ‘बैक्टीरिया’ की संज्ञा देते हुए कहा कि ऐसे ‘चापलूस’, जो पार्टी के लिए बैक्टीरिया बन चुके हैं, उन्हें खत्म करने के लिए ही मैंने ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ का गठन किया है.
शिवहर और जहानाबाद लोकसभा सीटों पर अपने चहेते प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारने के साथ तेज प्रताप यादव अपने ससुर चंद्रिका राय को सारण लोकसभा सीट से पार्टी का टिकट दिये जाने से नाराज हैं. उन्होंने कहा कि वह ‘बागी’ नहीं हैं. वह अपने भाई ‘अर्जुन’ भाई तेजस्वी के ‘कृष्ण’ की भूमिका में हैं. उन्होंने गीता का उल्लेख करते हुए कहा कि गीता में ‘राजनीति’ की बातें हैं. साथ ही महाभारत की कथा का उल्लेख करते हुए कहा कि पांडवों ने कौरवों से पांच गांव की मांग की थी. लेकिन, उन्हें नहीं दी गयी. तेज प्रताप यादव ने पार्टी के अंदर के लोगों पर ही पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग आरएसएस-भाजपा से आ गये हैं. इसलिए उन्होंने ऐसे उम्मीदवार के लिए आवाज उठायी है, जिन्होंने अपना परिवार को छोड़ कर पार्टी के लिए दिन-रात मेहनत की.
तेज प्रताप पर पार्टी कर सकती है कार्रवाई!
मालूम हो कि तेज प्रताप यादव द्वारा पांच उम्मीदवारों के नामों का एलान करने के बाद राजद का एक बड़ा तबका नाराज है. तेज प्रताप यादव के फैसले से नाराज तबका द्वारा कार्रवाई की मांग उठाये जाने की बात कही जा रही है. संभावना जतायी जा रही है कि तेज प्रताप यादव के फैसले से पार्टी को नुकसान हो सकता है. ऐसे में तेज प्रताप यादव के बागी रुख अख्तियार करने पर पार्टी कार्रवाई भी कर सकती है.