14वीं लोकसभा में राजद को मिली थीं 22 सीटें, चुनाव में एनडीए का नहीं चला था सिक्का
पटना : 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में एनडीए का इंडिया शाइनिंग काम नहीं आया. बिहार बंटवारे के बाद हुए चुनाव में लोकसभा की 40 सीटों में एनडीए को मात्र 11 सीटें मिलीं. भाजपा के 16 उम्मीदवार में पांच व जदयू के 24 में छह उम्मीदवार ही जीत सके. क्षेत्रीय पार्टियों में राजद को 22, […]
पटना : 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में एनडीए का इंडिया शाइनिंग काम नहीं आया. बिहार बंटवारे के बाद हुए चुनाव में लोकसभा की 40 सीटों में एनडीए को मात्र 11 सीटें मिलीं. भाजपा के 16 उम्मीदवार में पांच व जदयू के 24 में छह उम्मीदवार ही जीत सके. क्षेत्रीय पार्टियों में राजद को 22, कांग्रेस को तीन, लोजपा को चार सीटें मिलीं. चुनाव में लालू प्रसाद मधेपुरा व छपरा दो सीटों से चुनाव जीत गये. मधेपुरा में लालू प्रसाद ने जदयू के शरद यादव व छपरा में भाजपा के राजीव प्रताप रूडी को हराया.
नालंदा से नीतीश कुमार ने लोजपा के कुमार पुष्पंजय को हराया. हालांकि, बाढ़ में नीतीश कुमार राजद के विजय कृष्ण से चुनाव हार गये. पटना में राजद के राम कृपाल यादव ने भाजपा के डॉ सीपी ठाकुर को हराया था. कांग्रेस फिर से सत्ता में आ गयी, जबकि चुनाव विश्लेषकों ने एनडीए की स्पष्ट जीत की भविष्यवाणी की थी.
एनडीए को मिलीं 11 सीटें
बिहार में एनडीए को मात्र 11 सीटें मिलीं. भाजपा-जदयू मिल कर चुनाव लड़े थे. भाजपा के 16 में पांच उम्मीदवार अररिया सुरक्षित क्षेत्र से सुखदेव पासवान, पूर्णिया से उदय सिंह, कटिहार से निखिल चौधरी, भागलपुर से सुशील कुमार मोदी व बक्सर से लाल मुनि चौबे चुनाव जीते. जदयू के 24 में छह उम्मीदवार जीते. इसमें बगहा सुरक्षित से कैलाश बैठा, महाराजगंज से प्रभुनाथ सिंह, मुजफ्फरपुर से जाॅर्ज फर्नांडिस, नालंदा से नीतीश कुमार, बेगूसराय से राजीव रंजन सिंह व बिक्रमंगज से अजीत कुमार सिंह सफल रहे.
लोजपा को मिली थीं चार सीटें
गुजरात दंगे के बाद एनडीए सरकार से इस्तीफा देने वाले तत्कालीन केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने अलग पार्टी लोजपा का गठन कर लोकसभा चुनाव लड़े. पार्टी के आठ उम्मीदवार में चार को सफलता मिली.
हाजीपुर सुरक्षित से रामविलास पासवान, रोसड़ा सुरक्षित से रामचंद्र पासवान, सहरसा से रंजीत रंजन व बलिया से सूरजभान सिंह चुनाव जीते. कांग्रेस को मात्र तीन सटों पर संतोष करना पड़ा था. मधुबनी से शकील अहमद, सासाराम सुरक्षित से मीरा कुमार व औरंगाबाद से निखिल कुमार जीते. चुनाव में 14 महिलाओं में तीन महिलाएं सफल रहीं. सहरसा से रंजीत रंजन, आरा से कांति सिंह व सासाराम सुरक्षित से मीरा कुमार चुनाव जीतीं.