….और 15वें लोस चुनाव में एनडीए को मिली थी 32 सीटें, रामविलास पासवान हार गये थे चुनाव
पटना : 2009 में हुए 15वें लोकसभा चुनाव में बिहार में भाजपा-जदयू को 32 सीटें मिली थीं. चुनाव में एनडीए के साथ लोजपा नहीं थी. एनडीए के खिलाफ राजद व लोजपा साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी. राजद को चार सीटें मिलीं, जबकि लोजपा के एक भी उम्मीदवार नहीं जीत सके. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास […]
पटना : 2009 में हुए 15वें लोकसभा चुनाव में बिहार में भाजपा-जदयू को 32 सीटें मिली थीं. चुनाव में एनडीए के साथ लोजपा नहीं थी. एनडीए के खिलाफ राजद व लोजपा साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी. राजद को चार सीटें मिलीं, जबकि लोजपा के एक भी उम्मीदवार नहीं जीत सके.
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान खुद हाजीपुर सुरक्षित क्षेत्र से जदयू उम्मीदवार राम सुंदर दास से चुनाव हार गये थे.
लालू प्रसाद छपरा व पाटलिपुत्र से चुनाव लड़े थे. वे छपरा में भाजपा के राजीव प्रताप रूडी को हराने में सफल रहे. वहीं, पाटलिपुत्र में जदयू के रंजन प्रसाद यादव से चुनाव हार गये. कांग्रेस को भी मात्र दो सीट िमली थी. बांका से निर्दलीय उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व सीवान से आेम प्रकाश यादव िवजयी रहे थे. बिहार में एनडीए को मिली अधिक सीटें भी काम नहीं आयी. केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी.
भाजपा-जदयू ने मिलकर लड़ा था चुनाव
राज्य में एनडीए की सरकार होने का फायदा चुनाव में मिला. भाजपा के 15 उम्मीदवार में 12 व जदयू के 25 उम्मीदवार में 20 उम्मीदवार जीतने में सफल रहे. राजद को मात्र चार सीटें मिलीं. इसमें वैशाली से डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह, महाराजगंज से उमाशंकर सिंह, छपरा से लालू प्रसाद व बक्सर से जगदानंद सिंह चुनाव जीत गये. चुनाव में कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इसमें किशनगंज से अनवारुल हक व सासाराम सुरक्षित क्षेत्र से मीरा कुमार चुनाव जीतने में कामयाब रहीं.
लोजपा को नहीं मिली एक भी सीट
एनडीए के खिलाफ राजद के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही लोजपा को एक भी सीट नहीं मिली. लोजपा 12 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. खुद रामविलास पासवान भी जदयू के राम सुंदर दास से हाजीपुर से चुनाव हार गये. समस्तीपुर से अपने रिश्तेदार जदयू के महेश्वर हजारी से रामचंद्र पासवान हार गये. चुनाव में तीन महिलाएं जीतीं.