लोकसभा चुनाव : जनता का बड़ा मुद्दा, औरंगाबाद, गया, जमुई और नवादा जिले के 23 ब्लॉक में पानी का संकट

लोकसभा चुनाव में जनता का बड़ा मुद्दा, पर किसी दल की इसमें रुचि नहीं पटना : राज्य में लोकसभा चुनाव के तहत पहले चरण में औरंगाबाद, गया, जमुई और नवादा जिले में मतदान होना है. इन सभी जिलों में ग्राउंड वाटर लेवल लगातार घट रहा है. इन इलाकों में पानी का संकट गहराने लगा है, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2019 7:06 AM

लोकसभा चुनाव में जनता का बड़ा मुद्दा, पर किसी दल की इसमें रुचि नहीं

पटना : राज्य में लोकसभा चुनाव के तहत पहले चरण में औरंगाबाद, गया, जमुई और नवादा जिले में मतदान होना है. इन सभी जिलों में ग्राउंड वाटर लेवल लगातार घट रहा है.

इन इलाकों में पानी का संकट गहराने लगा है, लेकिन यह चुनावी मुद्दा नहीं है. हालत यह है कि गर्मी की शुरुआत में ही इन चारों जिलों के 45 प्रखंडों में से 23 में नलकूपों में पानी निकलने की मात्रा बहुत कम हो चुकी है. गांव वाले वोट मांगने आ रहे नेताओं की ओर आस संजोये देखते हैं कि कब पानी सकट से उबरने का वह समाधान की घोषणा करेंगे. आने वाले समय में स्थिति चिंताजनक होने की आशंका है. इस कारण लोग क्षेत्र के लोग परेशान हैं.

वहीं राज्य में घटते ग्राउंड वाटर को सुधारने संबंधी उपाय करने की नीति अभी नहीं है. इसे बनाये जाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन चुनाव आचार संहिता लगने से वह अभी रुकी हुई है. इसे अगले सत्र के दौरान विधानसभा के पटल पर रखने की संभावना है. चारों लोकसभा क्षेत्र में पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान कराया जायेगा. स्थानीय लोगों के अलावा मतदान कार्य के लिए जिले में आने वाले लोगों को भी पानी संकट से जूझना पड़ रहा है.

भूजल स्तर घटने के हैं कई कारण

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार ने सभी 534 प्रखंडों में भूजल स्तर की निगरानी के लिए टेलीमेटरी लगाने का निर्देश दिया था. कुछ जिला मुख्यालय में भी यह उपकरण लगना था. कुल मिलाकर 571 उपकरण लगना था, लेकिन अब तक करीब 100 जगहों पर यह यंत्र नहीं लग पाया है.

इस साल 28 मार्च को टेलीमेटरी की रिपोर्ट से पता चला है कि औरंगाबाद, गया, जमुई और नवादा जिले का ग्राउंड वाटर लेवल लगातार गिर रहा है. अभी गर्मी की शुरुआत में यह हाल है तो आने वाले समय में स्थिति और गंभीर हो सकती है.

इन ब्लॉक में ग्राउंड वाटर लेवल चिंतनीय

औरंगाबाद जिले के चार प्रखंडों में ग्राउंड वाटर लेवल कम हो रहा है. इसमें औरंगाबाद सदर, रफीगंज, ओबरा और हंसपुरा शामिल हैं. गया जिले के छह ब्लॉक में स्थिति गंभीर है.

इसमें बेलागंज, गुरारू, टिकारी, डुमरिया, बांके बाजार और मोहनपुर ब्लॉक शामिल हैं. जमुई जिले के नौ ब्लॉक में ग्राउंड वाटर लेवल गिर रहा है. इसमें खैरा, लक्ष्मीपुर, सिकंदरा, जमुई डीएम हाउस, जमुई, अलीगंज, चकाई, गिद्धौर, झाझा शामिल हैं. साथ ही नवादा जिले के चार ब्लॉक में स्थिति गंभीर है. इसमें नवादा डीएम हाउस, नवादा, नारदीगंज, काशीचक ब्लॉक शामिल हैं.

विशेषज्ञों का कहना है कि भू-जलस्तर घटने के कई कारण हैं. इनमें मुख्य रूप से बोरिंग से सिंचाई करना, जल संचय का अभाव और बरसाती पानी का ग्राउंड वाटर लेवल तक नहीं पहुंचना शामिल हैं.

राज्य में

पहला चरण : चार लोस क्षेत्र

मतदाता

पुरुष

महिला

थर्ड जेंडर

औरंगाबाद

मतदाता 17,37,821

पुरुष 9,15,930

महिला 8,21,793

थर्ड जेंडर 98

मतदान केंद्र 1965

जमुई

मतदाता 17,09,356

पुरुष 9,05,582

महिला 8,03,740

थर्ड जेंडर 34

मतदान केंद्र 1850

नवादा

मतदाता 18,92,017

पुरुष 9,83,065

महिला 9,08,871

थर्ड जेंडर 81

मतदान केंद्र 1899

गया

मतदाता 16,98772

पुरुष 8,79,308

महिला 8,19,405

थर्ड जेंडर 59

मतदान केंद्र 1772

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