पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लोकसभा चुनाव के लिये शनिवार को अपनी पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) का घोषणपत्र जारी किया. मांझी ने वादा किया है कि अगर विपक्षी महागठबंधन सत्ता में आया तो अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए अलग निर्वाचन क्षेत्र बनाए जायेंगे.
बिहारके पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा कि ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों में सभी मतदाता और उम्मीदवार केवल अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के होंगे. हम(एस) प्रमुख मांझी ने इन दोनों श्रेणियों के लोगों को उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों में न्यायधीशों की नियुक्ति में आरक्षण देने का आश्वासन दिया. इसके अलावा उन्होंने साझा स्कूली व्यवस्था लागू करने और पांच एकड़ तक जमीन रखने वाले किसानों को मुफ्त बिजली मुहैया कराने का भी वादा किया.
घोषणापत्र में दस एकड़ तक जमीन रखने वाले किसानों के कर्ज माफ करने का भी वादा किया गया है. मांझी ने पत्रकारों से कहा, “यदि हमारा गठबंधन या हमारे द्वारा समर्थित पार्टी केंद्र में सत्ता में आती है, तो हम एससी/एसटी वर्ग से संबंधित लोगों के लिए अलग/दोहरी मतदाता सूची तैयार करने की पहल करेंगे, जिससे एक अलग निर्वाचन क्षेत्र का निर्माण हो सके, जहां केवल उन्हें मतदाता के रूप में नामांकित किया जा सके और उम्मीदवार भी इन्हीं वर्गों के लोग बनें.
मांझी ने कहा, "यदि ऐसा होता है तो आरक्षित निर्वाचन क्षेत्रों से चुने गये जनप्रतिनिधि प्रभावशाली समूहों और समुदायों द्वारा भयभीत या दबाव में न आकर एससी, एसटी के विकास के लिए स्वतंत्र रूप से काम कर सकेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री ने निजी क्षेत्र में भी आरक्षण लागू करने का वादा किया.