तीन लोकसभा क्षेत्र, एक अंदाज, वोटरों की चुप्पी, सांसत में फंसी है प्रत्याशियों की जान
जीवेश रंजन सिंह वासंतिक नवरात्र, चैती छठ, रामनवमी और शब-ए-बरात की तैयारियों के बीच माह का पहला रविवार (सात अप्रैल) उत्साहित करने वाला नहीं लगा. लोकसभा के महापर्व के इस माहौल में भागलपुर, बांका और जमुई लोकसभा सीटों के कुछ महत्वपूर्ण इलाकों का सफर कहीं से इस बात का एहसास नहीं दिला पाया कि रणक्षेत्र […]
जीवेश रंजन सिंह
वासंतिक नवरात्र, चैती छठ, रामनवमी और शब-ए-बरात की तैयारियों के बीच माह का पहला रविवार (सात अप्रैल) उत्साहित करने वाला नहीं लगा. लोकसभा के महापर्व के इस माहौल में भागलपुर, बांका और जमुई लोकसभा सीटों के कुछ महत्वपूर्ण इलाकों का सफर कहीं से इस बात का एहसास नहीं दिला पाया कि रणक्षेत्र क्षत्रपों से सज गये हैं.
वज्रवाण से लेकर शब्दबेधी वाण जैसे मारक शस्त्र चल रहे हैं. जहां भोजपुरी टच रखने वाले इलाकों में न तो चइता की लहरी …हो राम चइत मासे की गूंज है और न ही पूजा और बाजार में उत्साह. खास कर जमुई की बात करें, जहां सिर्फ दो दिन बाद एवीएम में सबकुछ लॉक हो जाना है. वहां भी अब तक सबकुछ अनलॉक सा है.
आमने-सामने की टक्कर में हैं एनडीए प्रत्याशी चिराग पासवान और महागठबंधन के भूदेव चौधरी. शहर में किसिम-किसिम की बड़ी गाड़ियों की संख्या बढ़ी है, पर 112 किलोमीटर के सफर के दौरान रास्ते में मिलने वाले चुनाव कार्यालयों और भोंपू वाले वाहनों की संख्या 10 तक भी नहीं (सबका मिला कर) पहुंची. हद तो यह की राजनीतिक रूप से हमेशा फड़फड़ाते रहनेवाले जमुई शहर में भी सन्नाटा था. खेत-खलिहान-स्कूल-अस्पताल की भी चर्चा नहीं हो रही.
बूढ़ानाथ चौक (भागलपुर लोस क्षेत्र)
बाबा बूढानाथ के दर्शन के लिए आने वाले लोगों के अलावा स्थानीय लोगों की जिवंतता से भी यह चौक भागलपुर के जाने-माने चौको में एक है.
कभी भी यहां जाएं भीड़ मिलेगी, पर सुबह चाय की दुकान पर भीड़ के बाद भी चुनावी चर्चा नहीं हो रही थी. हां, अचानक बगल से एक पार्टी की गाड़ी से सड़क पर फेंके जाते पर्चे और एक नेताजी की गाड़ी के प्राइवेट भोंपू से प्रचार होता देख लोग मुस्कुरा कर रह गये. कौन जीतेगा के सवाल पर चाय की प्याली बढ़ा कर चुप हो गये मनोज बाबू.
एक नजर में कहां क्या दिखा
अकबर नगर (बांका लोस क्षेत्र)
स्टेशन चौक पर चाय दुकान पर कुछ युवाओं की टोली खड़ी थी. इंटर की परीक्षा पर चर्चा जारी थी. रमेश ने इंटर की परीक्षा पहले श्रेणी से पास की है, सभी उसे लेकर भागलपुर में पार्टी लेने की तैयारी में थे. सिनेमा भी देखना था. उनमें दो साथी पहली बार वोट देंगे. चुनाव के संबंध में पूछे जाने पर कहा : देखेंगे, बात करेंगे, अभी क्या कहें.
लखनपुर, तारापुर (जमुई लोस क्षेत्र)
लखनपुर ताजा गन्ना के रस के लिए प्रसिद्ध है. सड़क किनारे के ठेलों पर हमेशा भीड़ रहती है. खेत से गन्ना काट कर पिलाने के कारण यहां हर गाड़ी रुकती है. पर जैसे ही मनोहर से वोट की चर्चा हुई वह और तेजी से मशीन में गन्ना डालने लगे, रस जरूर पिला दिया, पर किस प्रत्याशी के हिस्से रस जायेगा बोलने से परहेज कर गये.
लक्षमीपुर चेकपोस्ट (जमुई लोस क्षेत्र)
लक्ष्मीपुर के इलाके में चहल-पहल दिखी. चेकपोस्ट पर खड़े पुलिसवालों ने गाड़ी चेक करवाने के लिए साइड में लगवा दी. यहीं सरिता जी की चाय दुकान है. स्मार्ट फोन पर व्यस्त गंवई मिजाजवाली सरिता जी वोट के सवाल पर लगातार मुस्कुराती रहीं, इतना कहा कि वोट देंगे, पर किसको देंगे के सवाल पर कहा-सोचेंगे.