पटना : राजद के मेनिफेस्टो को जनता गंगा में बहा देगी : मंगल पांडेय
पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राजद के घोषणापत्र को भ्रम का पिटारा बताया है. उन्होंने कहा कि राजद की प्रतिबद्धता पत्र पार्टी की नीति और नीयत को स्पष्ट तौर पर दर्शाती है. यह हर तरह से समाज एवं विकास विरोधी है. राजद की तरफ से चुनाव के बाद मेनिफेस्टो पर अमल करने के […]
पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राजद के घोषणापत्र को भ्रम का पिटारा बताया है. उन्होंने कहा कि राजद की प्रतिबद्धता पत्र पार्टी की नीति और नीयत को स्पष्ट तौर पर दर्शाती है. यह हर तरह से समाज एवं विकास विरोधी है.
राजद की तरफ से चुनाव के बाद मेनिफेस्टो पर अमल करने के बजाय रद्दी की टोकरी में फेंक दिया जाता है. इस बार बिहार की जनता राजद के माया जाल में फंसने वाली नहीं है. तथाकथित महागठबंधन के सहयोगी राजद के घोषणापत्र को जनता इस बार रद्दी की टोकरी में नहीं, बल्कि गंगा में बहाने का काम करेगी.
उन्होंने कहा कि लालू परिवार ने तीन दशक के दौरान दर्जनों बार मेनिफेस्टो जारी कर जनता को बरगलाने का काम किया है. राजद और लालू परिवार अगर मेनिफेस्टो पर अमल करता, तो आज राज्य में विकास भी होता और पलायन भी रुकता. परंतु हर बार खुद मेनिफेस्टो बना उसका मजाक उड़ाता रहा है.
उन्होंने कहा भाजपा सबका साथ-सबका विकास की बात करती है, लेकिन महागठबंधन के घटक राजद जहां ताड़ी की बात कर रहा है, तो हम सरकार बनने पर शराब की बिक्री की वकालत कर रहा है. दूसरी ओर भाजपा ने अपने घोषणापत्र में किसानों को ब्याज मुक्त ऋण और किसान सम्मान निधि के अलावा पेंशन देने का वादा किया है.
राजद का घोषणापत्र कॉपी पेस्ट है : प्रो सुहेली मेहता
पटना : जदयू की प्रदेश प्रवक्ता प्रो सुहेली मेहता ने कहा है कि राजद का घोषणा पत्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार को विकसित बनाने के लिए जो विजन बनाये गये हैं उसी का कॉपी पेस्ट है. घोषणापत्र जैसे लगता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वर्जन का नकल किया गया है.
प्रो मेहता ने कहा है कि सरकारी नौकरियों में आरक्षण के लिए एनडीए ने पहले ही कदम उठाया है. ताड़ी बेचने वालों के लिए मुख्यमंत्री ने वैकल्पिक रोजगार के लिए सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत सहायता दे रखी है. 200 प्वाइंट रोस्टर को एनडीए ने पहले ही लागू कर रखा है. जाति आधारित जनगणना की मांग मुख्यमंत्री पहले ही कर चुके हैं. रोजगार के लिए नियमित बहाली की जा रही है.
अल्पसंख्यकों के साथ-साथ अन्य वर्ग के लोगों के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. राजद के नेताओं ने उसको नहीं पढ़ा है और धड़ल्ले से कॉपी पेस्ट कर विकास की झूठी दिलासा देकर जनता को मुर्ख बनाकर अपने पक्ष में करना चाहते हैं.