लोकसभा चुनाव : RJD के पूर्व सांसद, पूर्व विधान पार्षद समेत कई नेताओं ने छोड़ी पार्टी, अतिपिछड़ों की अनदेखी का लगाया आरोप

पटना : राजद के पूर्व सांसद, पूर्व विधान पार्षद समेत करीब आधा दर्जन लोगों ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. नेताओं ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजद में अतिपिछड़ों की उपेक्षा हो रही थी. नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन कर राजद छोड़ने की घोषणा की. जानकारी के मुताबिक, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2019 3:03 PM

पटना : राजद के पूर्व सांसद, पूर्व विधान पार्षद समेत करीब आधा दर्जन लोगों ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. नेताओं ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजद में अतिपिछड़ों की उपेक्षा हो रही थी. नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन कर राजद छोड़ने की घोषणा की.

जानकारी के मुताबिक, राजद के पूर्व सांसद मंगनीलाल मंडल, पूर्व विधान पार्षद राम बदन राय समेत करीब आधा दर्जन नेताओं ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन आयोजित पर राजद छोड़ने की घोषणा की. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह संसदीय बोर्ड के सदस्य मंगनी लाल मंडल, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधान पार्षद रामबदन राय, पूर्व विधायक जगत नारायण सिंह कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल मंडल, चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक एपी सिंह, मणिकांत आजाद, मिश्री लाल ठाकुर ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इस मौके पर पूर्व विधायक सुधांशु शेखर भास्कर के भी पार्टी छोड़ने की बात कही गयी थी, लेकिन वह नहीं पहुंचे.

पत्रकारों को संबोधित करते हुए मंगनीलाल मंडल ने कहा कि ‘राजद में अतिपिछड़ों की अनदेखी हुई है. अतिपिछड़ों के लिए राजद ‘भूतहा घर’ हो गया है. उन्होंने कहा कि हमलोग सोचते थे कि सामाजिक न्याय की असली पार्टी राजद हैं, लेकिन भ्रम टूट गया.’ उन्होंने नीतीश कुमार और भाजपा की तारीफ तो की, लेकिन किस पार्टी में जायेंगे, इसकी जानकारी नहीं दी. मंडल ने कहा कि जदयू ने 17 में से छह और भाजपा ने 17 में से दो टिकट अतिपिछड़ों को दिया. लेकिन, राजद ने एक सीट अतिपिछड़े को दी. नेताओं ने टिकट वितरण में अतिपिछड़ों की अनदेखी के साथ बड़े पैमाने पर पैसे के लेनदेन की भी बात कही. उन्होंने कहा कि राजद का घोषणापत्र कूड़ेदान में भी फेंकने लायक भी नहीं है.

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