किशनगंज, पूर्णिया व कटिहार कांग्रेस की हैं संभावना वाली सीटें, सीमांचल में कांग्रेस की अग्निपरीक्षा
पटना : कांग्रेस को दूसरे चरण में होने वाले मतदान में सीमांचल क्षेत्र में अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा. दूसरे चरण में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका लोकसभा क्षेत्रों में मतदान 18 अप्रैल को कराया जाना है. पांच लोकसभा सीटों में कांग्रेस के किसी भी चरण से सबसे अधिक तीन उम्मीदवार हैं. कांग्रेस को सबसे […]
पटना : कांग्रेस को दूसरे चरण में होने वाले मतदान में सीमांचल क्षेत्र में अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा. दूसरे चरण में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका लोकसभा क्षेत्रों में मतदान 18 अप्रैल को कराया जाना है.
पांच लोकसभा सीटों में कांग्रेस के किसी भी चरण से सबसे अधिक तीन उम्मीदवार हैं. कांग्रेस को सबसे अधिक इसी चरण से सीट दिलाने वाले उम्मीदवारों पर भरोसा भी है.
सीमांचल का यह क्षेत्र अल्पसंख्यक बहुल माना जाता है, जहां से कांग्रेस के दो अल्पसंख्यक प्रत्याशी मैदान में हैं. किशनगंज में कांग्रेस के उम्मीदवार पिछले चुनावों में जीतते रहे हैं. राकांपा छोड़ कांग्रेस में आये तारिक अनवर की सीट कटिहार भी पार्टी की भरोसे वाली है.
तारिक अनवर को कटिहार से बनाया गया है प्रत्याशी
दूसरे चरण में किशनगंज लोकसभा क्षेत्र से विधायक मो जावेद को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है. इसी तरह से कटिहार लोकसभा क्षेत्र से एनसीपी छोड़कर आने वाले तारिक अनवर को प्रत्याशी बनाया गया है. फिलहाल यह दोनों सीट कांग्रेस की ही झोली में हैं.
उधर, सीमांचल की पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने भाजपा छोड़कर पार्टी में शामिल होने वाले उदय सिंह को महागठबंधन के प्रत्याशी के रूप में उतारा है. भागलपुर सीट और बांका लोकसभा सीट राजद के झोली में गयी है, जहां से उसके सांसद 2014 में जीत हासिल कर चुके हैं.
किशनगंज : शनगंज सीट पर जदयू के अशरफ महमूद का मुकाबला कांग्रेस के मो जावेद से हो रहा है. 2014 में हुए चुनाव में किशनगंज सीट से कांग्रेस उम्मीदवार असरार-उल-हक कासमी को चार लाख 93 हजार 461 वोट मिले थे. उन्होंने भाजपा के डॉ दिलीप जायसवाल को हराया था.
जदयू के अख्तारुल इमान को 55 हजार 862 वोट मिले थे. मौलाना असरार-उल-हक कासमी इस सीट से पहली बार वर्ष 2009 में चुनाव जीते और वर्ष 2014 में भी उन्होंने अपनी जीत बरकरार रखी.
किशनगंज सीट पर जदयू के अशरफ महमूद का मुकाबला कांग्रेस के मो जावेद से हो रहा है. 2014 में हुए चुनाव में किशनगंज सीट से कांग्रेस उम्मीदवार असरार-उल-हक कासमी को चार लाख 93 हजार 461 वोट मिले थे. उन्होंने भाजपा के डॉ दिलीप जायसवाल को हराया था.
जदयू के अख्तारुल इमान को 55 हजार 862 वोट मिले थे. मौलाना असरार-उल-हक कासमी इस सीट से पहली बार वर्ष 2009 में चुनाव जीते और वर्ष 2014 में भी उन्होंने अपनी जीत बरकरार रखी.
कटिहार : कटिहार में इस बार कांग्रेस के तारिक अनवर का मुकाबला जदयू के प्रत्याशी दुलाल चंद गोस्वामी से है. 2014 में कटिहार में राकांपा के उम्मीदवार तारिक अनवर ने भाजपा के निखिल चौधरी को हरा दिया था.
तारिक अनवर को चार लाख 31 हजार 292 वोट मिले तो निखिल चौधरी को तीन लाख 16 हजार 552 वोट मिले थे. 2014 में जदयू की ओर से राम प्रकाश महतो को पार्टी प्रत्याशी बनाया गया था. डॉ महतो को एक लाख से अधिक वोट प्राप्त मिले थे.
पूर्णिया : पूर्णिया सीट से जदयू के सांसद संतोष कुशवाहा हैं. इस बार उदय सिंह पूर्णिया में कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. वर्ष 2014 में इस सीट पर भाजपा और जदयू उम्मीदवार अलग-अलग लड़े थे. वर्ष 2014 में जदयू के संतोष कुशवाहा ने भाजपा के उदय सिंह को हराया था.
संतोष कुशवाहा को चार लाख 18 हजार 826 वोट मिले थे, जबकि भाजपा उम्मीदवार उदय सिंह को तीन लाख दो हजार 157 वोट मिले थे. 2014 में कांग्रेस के अमरनाथ तिवारी एक लाख 24 हजार 344 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थे.