मसौढ़ी : इलाज में लापरवाही से गर्भ में बच्चे की मौत

वार्ड सदस्य ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की मसौढ़ी : थाना के भैंसवां गांव की प्रसूता के प्रसव के दौरान चिकित्सक व एएनएम की कथित लापरवाही से पेट में ही उसके बच्चे की मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में भैंसवां पंचायत के वार्ड-5 की वार्ड सदस्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2019 9:10 AM
वार्ड सदस्य ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की
मसौढ़ी : थाना के भैंसवां गांव की प्रसूता के प्रसव के दौरान चिकित्सक व एएनएम की कथित लापरवाही से पेट में ही उसके बच्चे की मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है.
इस संबंध में भैंसवां पंचायत के वार्ड-5 की वार्ड सदस्य शैल देवी ने स्वास्थ्य मंत्री व प्रखंड पीएचसी के प्रभारी से आरोपित चिकित्सक व एएनएम के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. भैंसवां गांव के बालकृष्ण प्रसाद की गर्भवती पुत्री खुशबू कुमारी को बीते 15 अप्रैल को प्रसव के लिए प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था. आरोप है कि प्रसूता को 15 तारीख की रात भर वहां रखा गया और इस दौरान वह प्रसव पीड़ा से चिल्लाती रही, लेकिन ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व एएनएम ने उसे न तो कोई दवा दी और न ही उसे स्लाइन चढ़ाया.
16 अप्रैल को जब खुशबू के अभिभावक को यह आशंका हो गयी की बच्चा उसके पेट में ही मर गया है, तो वह उसे किसी निजी क्लिनिक में ले जाने लगे. आरोप है कि उस वक्त ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व एएनएम ने उसे निजी क्लिनिक में ले जाने से रोक दिया. बाद में वह उसे एक निजी क्लिनिक में ले गये. वहां उसका ऑपरेशन करने पर बच्चा मृत पाया गया.
निजी क्लिनिक ले जाने से पूर्व तक बच्चा जीवित था
प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक पदाधिकारी डाॅ रामानुजम ने बताया कि गर्भवती खुशबू कुमारी को निजी क्लिनिक में ले जाने के पूर्व तक बच्चा जीवित व स्वस्थ था. पीएचसी में प्रसव की पूरी व्यवस्था नहीं रहने के कारण उसे प्रसव के लिए अनुमंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया गया था, लेकिन खुशबू के अभिभावक उसे अनुमंडलीय अस्पताल नहीं ले गये, बल्कि उसे एक निजी क्लिनिक में भर्ती करा दिया.

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