पटना : शॉर्ट सर्किट-चूल्हे से निकली चिनगारी लगा रही है आग
पटना : घरों में बिजली का लोड तो बढ़ रहा है लेकिन तार नहीं बदले जा रहे हैं. इससे शार्ट सर्किट की घटनाएं बढ़ रही हैं. गांवों की तस्वीर तो और भी चिंताजनक है. यहां शार्ट सर्किट के अलावा चूल्हे से निकली चिनगारी भी आग लगा रही है. बिहार में आगजनी की 60 फीसदी घटनाओं […]
पटना : घरों में बिजली का लोड तो बढ़ रहा है लेकिन तार नहीं बदले जा रहे हैं. इससे शार्ट सर्किट की घटनाएं बढ़ रही हैं. गांवों की तस्वीर तो और भी चिंताजनक है. यहां शार्ट सर्किट के अलावा चूल्हे से निकली चिनगारी भी आग लगा रही है.
बिहार में आगजनी की 60 फीसदी घटनाओं का कारण शार्ट सर्किट है. इसके विपरीत अग्नि से बचाव के साधन बहुत ही सीमित हैं. बीस अप्रैल तक चलने वाले अग्निशमन सेवा सप्ताह में गुरुवार को एक निजी होटल में आयोजित फायर सेफ्टी की चुनौतियों (चैलेंज इन इंप्लीमिंटेशन आॅफ नेशनल बिल्डिंग कोड) पर हुई परिचर्चा ने लोगों को सचेत किया वह मानकों से खिलवाड़ न करें.
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इसका उद्घाटन किया. मुख्य सचिव ने अगलगी की घटनाओं को रोकने के लिए हर संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया.
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद की मौजूदगी में विशेषज्ञों ने मल्टी स्टोरी और बड़ी इमारतों में फायर सेफ्टी प्लान को सख्ती से लागू की जरूरत बतायी. पूर्व डीजी और आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्य पीएन राय ने कहा कि चुनौतियां पहले से बढ़ी हैं.
बड़ी इमारतों में तार पुरान यूज हो रहे हैं, लोड बढ़ता जा रहा है. नियमों की अनदेखी पर कार्रवाई होनी चाहिये. डीजी होमगार्ड एवं फायर सर्विसेज सुनील कुमार ने कहा कि शॉट सर्किट अगलगी की बड़ी वजह है. बिल्डिंग को सुरक्षित रखने के लिए नेशनल बिल्डिंग कोड और बिहार बिल्डिंग बायलॉज का पालन जरूरी है. लोगों को जागरूक भी करना होगा.