बिहार में विकास नहीं थमे, इसलिए फिर मोदी सरकार : नीतीश कुमार

पीएम को रेणु का उपन्यास मैला आंचल भेंट किया : प्रसिद्ध कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु के बेटे ने मशहूर उपन्यास ‘मैला आंचल’ पीएम को भेंट किया. सभा में पीएम ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि इसमें लिखा है कि मैं साधना करूंगा. ग्रामवासिनी भारतवासियों के मैले आंचल तले. आज यह पंक्तियां इसलिए अहम हैं कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2019 7:09 AM

पीएम को रेणु का उपन्यास मैला आंचल भेंट किया : प्रसिद्ध कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु के बेटे ने मशहूर उपन्यास ‘मैला आंचल’ पीएम को भेंट किया. सभा में पीएम ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि इसमें लिखा है कि मैं साधना करूंगा. ग्रामवासिनी भारतवासियों के मैले आंचल तले. आज यह पंक्तियां इसलिए अहम हैं कि कुछ लोगों को भारत माता की जय बोलने पर पेट में दर्द होने लगता है.

अररिया : फारबिसगंज के हवाई अड्डा में आयोजित चुनाव सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बिहार में 5200 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है, पति-पत्नी के 15 वर्षों के शासन में यह मात्र 700 मेगावाट की खपत थी. बिहार बदल रहा है. अब यह लालटेन व ढिबरी युग से बाहर निकल चुका है.

हमने 13 वर्षों मेें बिहार में काम किया है. 15 साल की पति-पत्नी की सरकार में बिहार का बजट 24 हजार करोड़ रुपये से भी कम हुआ करता था. अब बिहार का बजट 02 लाख करोड़ से भी ज्यादा है. बिहार के विकास की दर 11.3% है, जो सभी राज्यों से अधिक है. बिहार के विकास को गति देने के लिए फिर से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनना जरूरी है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने सभी

वर्गों का बराबर-बराबर ध्यान रखा है. गरीब परिवारों के लिए आयुष्मान भारत योजना लाकर पांच लाख रुपये तक के इलाज को नि:शुल्क कर दिया है. किसान जिन्हें फसल लगाने वक्त पूंजी की आवश्यकता होती है, सीमांत किसानों को छह हजार रुपये तीन किस्तों में भेजकर उनके कृषि के लागत बजट का संतुलन बनाने का सराहनीय प्रयास किया है.

खेती में मदद मिलने से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी. उन्होंने कहा कि आज हर गांव-टोला की सड़कों का पक्कीकरण हो रहा है. बिहार की कई सड़कों को एनएचआइ ने अपने अधीन में ले लिया है. अब सड़कों का चौड़ीकरण हो रहा है. उनका प्रयास है कि सीमांचल के लोग पांच घंटे में पटना पहुंच जाये, इसके लिए नरेंद्र मोदी की सरकार का साथ मिल रहा है. नरेंद्र मोदी की सरकार ने बिहार में सड़क निर्माण के लिए 50 हजार करोड़ रुपये मंजूर किये हैं.

हमारी मां-बहनें अब बाहर में शौच नहीं करने जाये, इसके लिए केंद्र सरकार के सहयोग से पूरे बिहार में दो अक्तूबर, 2019 तक शौचालय निर्माण का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है. राज्य में 31 दिसंबर, 2018 तक हर घर बिजली कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य था. लेकिन इसे हमने को दो माह पूर्व ही पूरा कर दिखाया. इसके लिए ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव बधाई के पात्र हैं.

इस साल के अंत तक किसानों के लिए कृषि फीडर की व्यवस्था की जा रही है. किसानों को कम लागत में बिजली मिलेगी. साथ ही साल के अंत तक सभी पुराने जर्जर तारों को बदल कर दुरुस्त कर दिया जायेगा. इस विकास की रफ्तार थमनी नहीं चाहिए. इसलिए बिहार व केंद्र में फिर से एनडीए की सरकार बनी रहनी चाहिए.

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