पटना : मशीन के इस्तेमाल से अब बनेगा नैवेद्यम

पटना : अब नैवेद्यम स्टीम प्रेशर और लड्डू बूंदी मिक्सिंग मशीन के इस्तेमाल से बनेगा. महावीर मंदिर ने इसके लिए कोयंबतूर से लड्डू-बूंदी मिक्सिंग मशीन मंगाया है. मशीन की कीमत साढ़े आठ लाख रुपये है. सोमवार को लड्डू बनाकर इसका ट्रॉयल लिया गया. स्टीम वैट (स्टीम प्रेशर वाली मशीन) का परचेज ऑर्डर भी कोयंबतूर की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2019 8:58 AM
पटना : अब नैवेद्यम स्टीम प्रेशर और लड्डू बूंदी मिक्सिंग मशीन के इस्तेमाल से बनेगा. महावीर मंदिर ने इसके लिए कोयंबतूर से लड्डू-बूंदी मिक्सिंग मशीन मंगाया है. मशीन की कीमत साढ़े आठ लाख रुपये है. सोमवार को लड्डू बनाकर इसका ट्रॉयल लिया गया. स्टीम वैट (स्टीम प्रेशर वाली मशीन) का परचेज ऑर्डर भी कोयंबतूर की एक कंंपनी को दे दिया गया है. इसकी कीमत छह लाख रुपये है. अगले तीन-चार महीने में इसको महावीर मंदिर में इंस्टॉल कर दिया जायेगा.
मुलायम बनेगा लड्डू, खर्च भी होगा कम : लड्डू-बूंदी मिक्सिंग मशीन के इस्तेमाल से नैवेद्यम की बूंदी मुलायम बनेगी. वर्तमान में हाथ से बनाने के कारण लडडू के बीच के किसी-किसी बूंदी में कड़़ापन रह जाता है.
साथ ही ,अल्मुनियम के बर्तन में बूंदी से लड्डू बनाने के कारण कभी कभी उसके छोटे टुकड़े टूट कर बूंदी में मिलने की आशंका रहती है. लेकिन मशीन के स्टील से बने होने के कारण यह आशंका भी नहीं रहेगी. इससे 500 किलो बूंदी और उससे लड्डू महज 20 मिनट में बनाया जा सकेगा, जिसके हाथ से बनाने में 2 घंटे लगते हैं. साथ ही, इससे नैवेद्यम तैयार होने में खर्च घटेगा, मंदिर की आय बढ़ेगी.
60% कम गैस खपत
स्टीम वैट के लगने से 60 की जगह केवल 20 मिनट में बेसन व अन्य निर्माण सामग्री तैयार हो जायेगी. इससे 60 फीसदी कम गैस की खपत होगी और नैवेद्यम तैयार होने में लगने वाला खर्च घटने से महावीर मंदिर की आय और बढ़ेगी.
डिब्बों का निर्माण डिब्बों के निर्माण की शैली भी अगले
एक महीना में बदल दी जायेगी. अभी इनको साटने में गोंद का इस्तेमाल किया जाता हैं, जिसके 2-3 दिनों बाद ही पिघलकर मिठाई में मिलने की आशंका रहती है. लेकिन नयी कूट व पैकिंग सामग्री निर्माण शैली के इस्तेमाल के कारण बिना गोंद के इनका निर्माण होगा. साथ ही, डिब्बों का रंग और कलेवर भी बदला दिखेगा.

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