2021 से मोतिहारी प्लांट से शुरू होगा एलपीजी का उत्पादन

सुबोध कुमार नंदन पटना : मोतिहारी के छपरा बहास ग्राम में इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (आईओसी) के बाॅटलिंग प्लांट और टर्मिनल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. लगभग 56.30 एकड़ में बन रहा यह बाॅटलिंग प्लांट व टर्मिनल बिहार सबसे आधुनिक प्लांट होगा. जनवरी, 2021 तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा और एलपीजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2019 6:56 AM
सुबोध कुमार नंदन
पटना : मोतिहारी के छपरा बहास ग्राम में इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (आईओसी) के बाॅटलिंग प्लांट और टर्मिनल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. लगभग 56.30 एकड़ में बन रहा यह बाॅटलिंग प्लांट व टर्मिनल बिहार सबसे आधुनिक प्लांट होगा. जनवरी, 2021 तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा और एलपीजी बाॅटलिंग और ईंधन की सप्लाइ मार्च से शुरू हो जायेगी. इसके बाद नेपाल को ईंधन की सप्लाइ सीधे पाइपलाइन से होगी. फिलहाल नेपाल में ईंधन की सप्लाइ रक्सौल डिपो से होती है. जबकि, बरौनी बाॅटलिंग प्लांट से एलपीजी की सप्लाइ होती है.
नेपाल को ईंधन की सप्लाइ सीधे पाइपलाइन से होगी
भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय पाइपलाइन होगी : आइओसी से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 850 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे इस प्लांट के शुरू होने के बाद यहां से हर दिन लगभग 38 हजार एलपीजी सिलिंडर का उत्पादन होगा. वहीं, 76215 केएल (हजार लीटर) ईंधन स्टोर करने की क्षमता होगी.
मोतिहारी टर्मिनल पटना-बैतालपुर-अमलेखगंज (नेपाल) पाइप लाइन का 280 किलोमीटर को होगा. यह पाइपलाइन भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय पाइप लाइन होगा, जो नेपाल से जुड़ेंगे. इससे मोतिहारी से सटे जिलों के अलावा नेपाल व उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों को डीजल व पेट्रोल की सप्लाइ करने में आसानी होगी. इसके अलावा पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज और सीवान शहर को ईंधन की सप्लाइ होगी.
साथ ही इन इलाकों को सस्ता डीजल और पेट्रोल मिल सकेगा. मिली जानकारी के अब तक देश के बॉटलिंग प्लांट और टर्मिनल को तैयार करने को टेंडर मलेशिया और डेनमार्क की कंपनी को मिलती थी़ लेकिन,पहली बार इसे भारतीय कंपनी तैयार करेगी. वहीं एलपीजी बाटलिंग प्लांट पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर-पटना-मुजफ्फरपुर पाइप लाइन से जुड़ेगा. इस बाॅटलिंग प्लांट शुरू होने से पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी और सीवान को सप्लाइ की जायेगी. इस फिलवक्त आरा और बरौनी बाॅटलिंग प्लांट से एलपीजी सिलिंडर की सप्लाइ हो रही है.
एक नजर में
लगभग 56.30 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा
एलपीजी प्लांट लगभग 20.80 एकड़
पीओएल टर्मिनल लगभग 23.80 एकड़
कुल लागत लगभग 850 करोड़ रुपये
एलपीजी सिलिंडर उत्पादन लगभग 38 हजार प्रतिदिन
ईंधन स्टोर की क्षमता 76,215 केएल (हजार लीटर)
500 से अधिक
लोगों को मिलेगा रोजगार
नेपाल में ईंधन-एलपीजी सिलिंडर की सप्लाइ : n नेपाल में हर दिन 1000 केएल (हजार लीटर) पेट्रोल n 2600 केएल (हजार लीटर) डीजल n लगभग 1000 केएल (हजार लीटर) एटीएफ n एलपीजी सिलिंडर लगभग 28 हजार हर दिन (400 टन)मोतिहारी बॉटलिंग प्लांट व टर्मिनल का काम शुरू को चुका है. मार्च, 2021 तक यहां से एलपीजी का उत्पादन अौर ईंधन की सप्लाइ शुरू हो जायेगी. इसके बाद मोतिहारी से सटे जिलों के अलावा नेपाल व यूपी के कुछ हिस्सों को डीजल व पेट्रोल और एलपीजी की सप्लाइ करने में आसानी होगी. इस प्रोजेक्ट का सबसे अधिक लाभ नेपाल राष्ट्र को होगा. ईंधन के लिए इंतजार नहीं करना होगा. क्योंकि, अभी ईंधन की सप्लाइ रक्सौल डिपो से होती है.
वीणा कुमारी, मुख्य प्रबंधक (बिहार-झारखंड) आइओसी

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