लोकसभा चुनाव : पटना साहिब में अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर ”शॉटगन” आश्वस्त

पटना : अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ने और अपनी पत्नी पूनम सिन्हा के लखनऊ से सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने पर किसी भी विरोधाभास से इनकार किया है और कहा कि दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन को लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2019 3:06 PM

पटना : अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ने और अपनी पत्नी पूनम सिन्हा के लखनऊ से सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने पर किसी भी विरोधाभास से इनकार किया है और कहा कि दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन को लेकर वह आश्वस्त हैं. पटना साहिब लोकसभा सीट से सांसद शत्रुघ्न हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं.

‘शॉटगन’ सिन्हा का इस सीट पर सीधा मुकाबला केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद से हैं, जो कि उनके तीन दशक के राजनीतिक करियर की सबसे कठिन चुनौतियों में से एक हैं. सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा भी एक अभिनेत्री रही हैं, जो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. इस महीने की शुरुआत में भाजपा से नाता तोड़नेवाले सिन्हा ने अपने प्रतिद्वंद्वी रविशंकर प्रसाद की प्रशंसा करते हुए सिन्हा ने कहा कि हम कई वर्षों से एक-दूसरे को जानते हैं. यह दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है.

कांग्रेस में होते हुए लखनऊ में अपनी पत्नी के चुनावी अभियान में स्वयं के शामिल होने के बारे में सफायी देते हुए सिन्हा ने कहा था कि, ”यह मेरा ‘पत्नी-धर्म’ है और मैं अपनी पत्नी के प्रचार के लिए आगे भी लखनऊ जाऊंगा. कुछ लोगों ने आपत्तियां उठाईं, लेकिन मैं ईमानदारी, पारदर्शिता और स्पष्टवादी हूं. जो कुछ भी हो रहा है, वह मायावती, अखिलेश यादव, कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की पूरी सहमति के साथ किया जा रहा है.”

उन्होंने ने कहा, ”यह कोई नई बात नहीं है. राजमाता विजया राजे सिंधिया और उनके बेटे माधव राव सिंधिया ने एक साथ क्रमशः भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के रूप में चुनाव लड़ा है. इस तरह के कई और उदाहरण हैं. ‘शॉटगन’ के रूप में जाने-जानेवाले शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन के नेता चाहते थे कि वह लखनऊ से अपने उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ें, लेकिन जब मैंने कहा कि मैं अपनी सीट से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हूं, तो उन्होंने पूनम के नाम का सुझाव दिया.” उन्होंने कहा, ”मैंने उनसे पूछा और वह सहमत हुईं और इसलिए हमारे रामायण (मुंबई में सिन्हा की हवेली का नाम) की गृह मंत्री देश के गृह मंत्री के खिलाफ खड़ी हैं.” सिन्हा ने कहा कि उन्हें पटना साहिब के मतदाताओं पर पूरा भरोसा है, जिन्होंने हमेशा समर्थन किया है, मुझे आशीर्वाद दिया है और मुझे रिकॉर्ड अंतर के साथ जीतने में मदद की. लखनऊ में छह मई को तथा पटना साहिब में 19 मई को लोकसभा चुनाव होनेवाले हैं. 23 मई को वोटों की गिनती होगी.

Next Article

Exit mobile version